स्तन कैंसर होने के पीछे लड़कियों के खाने-पीने की बुरी आदतों को काफी हद तक जिम्मेदार माना गया है. जो किशोरियां सॉफ्ट ड्रिंक, मांस आदि ज्यादा खाती हैं और सब्जियां,जूस कम लेती है उनमें माहवारी बंद होने से पहले या फिर माहवारी बंद होने के बाद स्तन कैंसर होने का खतरा ज्यादा हो सकता है.
कम मात्रा में सब्जियां खाने और डाइट सॉफ्ट ड्रिंक पीने, रिफाइंड शर्करा और काबोर्हाइड्रेट, मांस खाने का संबंध सूजन से है. उन्होंने कहा, हमारे नतीजों से पता चला कि किशोरावस्था के दौरान इस तरह के खान-पान से लंबे समय तक स्तनों की त्वचा में सूजन हो सकती है जिससे माहवारी बंद होने से पहले महिलाओं में स्तन कैंसर होने का खतरा बढ़ सकता है.
महिलाओ के स्वास्थ्य से जुडी कुछ बाते
दूध से कम होता है कीमोथैरेपी का दर्द