अक्सर हम दर्द होने पर पेनकिलर का सहारा ले लेते हैं जिससे हमें दर्द से छुटकारा मिल तो जाता है लेकिन कहीं ना कहीं वो आंतरिक रूप से नुक्सान भी पहुंचती हैं. जी हाँ, पेनकिलर का ज्यादा उपयोग आपके लिए खतरनाक हो सकता है. इतना ही नहीं हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा भी बढ़ता है. शायद आप इस बात पर यकीन ना करें लेकिन यही सच है जिसके बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं. आइये जानते हैं क्या होता है पेनकिलर के उपयोग से.
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आपको बता दें, ‘बीएमजे’ में प्रकाशित अध्ययन में बताया गया है कि डाइक्लोफेनेक की बजाए पैरासिटामोल और अन्य दर्द निवारक दवाओं का इस्तेमाल किया जा सकता है. वहीं डेनमार्क की आरहुस यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल के शोधकर्ताओं ने कहा कि डाइक्लोफेनेक इतनी हानिकारक है कि यह किसी स्टोर पर नहीं बिकनी चाहिए. लेकिन अगर ये स्टोर पर बिकती है तो उसके पैकेट पर इससे होने वाले नुकसान भी लिखे होने चाहिए.
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इतना ही नहीं डाइक्लोफेनेक दर्द और सूजन के इलाज के लिए पारंपरिक नॉन-स्टेरॉयड एंटी-इंफ्लैमेटरी दवा (एनएसएआईडी) है और लोग इसका जमकर इस्तेमाल भी कर रहे हैं. इन खतरों से बचने के लिए कभी भी पेनकिलर का इस्तेमाल ना करें बल्कि इससे अलावा दूसरे दवाओं का इस्तेमाल करें. ऐसा देखा गया है कभी भी लोग पेनकिलर लेने के पहले नहीं सोचते कि उससे उन्हें क्या खतरा हो सकता है. इसके बारे में उन्हें जानकारी तो होती ही है लेकिन अपने दर्द से छुटकारा पाने के लिए उन्हें इसके अलावा कोई और रास्ता नहीं मिलता.
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