मध्यप्रदेश के प्रमुख शहर उज्जैन तीर्थ स्थल तो है ही यहां ऐसे चमत्कारी स्थान भी है जिनका उल्लेख पुराणों और शास्त्रों में प्राप्त होता है। ऐसा ही एक स्थान है माता हरसिद्धि का मंदिर। सम्राट विक्रमादित्य की आराध्य देवी हरसिद्धि, शक्तिपीठ के रूप में स्थापित है तथा यहां आने वाले श्रद्धालुओं की मनोकामना अवश्य ही पूरी होती है।
माॅं हरसिद्धि मनोकामनाओं को तो पूरा करती ही है वहीं संकट को भी दूर कर हर तरह की सिद्धि अर्थात सुख समृद्धि को प्रदान करती है। यूं तो हरसिद्धि माता के दरबार में किसी भी दिन आया जा सकता है, लेकिन अभी चैत्र नवरात्रि का अवसर विशेष रूप से सामने है। चैत्र नवरात्रि की शुरूआत 29 मार्च से होगी।
इसलिये इस विशेष अवसर का लाभ अवश्य ही उठाना चाहिये। पुराण में ऐसा माना गया है कि हरसिद्धि का वह स्थान है जहां सती की कोहनी गिरी थी। मंदिर परिसर में ही दीप मालिका स्तंभ है तथा यहां विशेष अवसरों के साथ ही नवरात्रि के दौरान दीप प्रज्जवलित होते है, जिनकी छटा दूर तक बिखरती है।