समाजसेवी अन्ना हजारे ने जन लोकपाल बिल के मुद्दे पर मंगलवार को बीजेपी और कांग्रेस पर जमकर अपना गुस्सा निकाला . वे जनजागरण यात्रा पर सीतापुर पहुंचे थे.अन्ना ने आरोप लगाया कि कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही पार्टी लोकपाल बिल नहीं लाना चाहती है.अन्ना ने तो यहां तक कह दिया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोकपाल बिल को और कमजोर कर दिया.
उल्लेखनीय है कि जन लोकपाल बिल के मुद्दे पर मंगलवार को सीतापुर में बीजेपी और कांग्रेस पर जमकर हमला बप्लते हुए अन्ना हजारे ने कहा कि कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही पार्टी लोकपाल बिल नहीं लाना चाहती है.मोदी सरकार का ध्यान काम करने से ज्यादा विरोधियों को दबाने पर है.आज विधायक और सांसद जनता की शिकायत करने से डरते हैं. जबकि कांग्रेस ने 2011 में इस बिल को और कमजोर कर दिया.
अपने सम्बोधन में अन्ना ने कहा कि लोकपाल और लोकायुक्त की नियुक्त का कानून 2013 में ही पारित हो गया, लेकिन पांच साल गुजर जाने के बाद भी इस पर अमल नहीं होने पर अफ़सोस जाहिर किया.नई सरकार के आने पर थोड़ी आस जगी थी, लेकिन इस मुद्दे को लटकाए रखने से अब मोदी सरकार की मंशा पर भी शक हो रहा है.अन्ना ने यहां भी दोहराया कि लोकपाल, किसान समस्या और चुनाव सुधार को लेकर दिल्ली में 23 मार्च से सत्याग्रह करेंगे.यह आंदोलन अब आश्वासन पर खत्म नहीं होगा.
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