दिल्ली: दिल्ली में आप की मुसीबते दिन-ब-दिन बढ़ती ही जा रही है और इस बार पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस की वरिष्ठ नेता शीला दीक्षित की दिल्ली कांग्रेस में सक्रियता आप की परेशानी का सबब बन सकती है. एक तरफ आए दिन दिल्ली प्रदेश के अध्यक्ष अजय माकन दिल्ली सरकार और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ प्रदर्शन करते रहते हैं तो दूसरी तरफ अब कांग्रेस पार्टी दिल्ली प्रदेश बीजेपी पर भी निशाना साधने जा रही है.
दिल्ली की 20 विधानसभा सीटों पर चुनाव हो सकते हैं. ऐसे में आम आदमी पार्टी पर हमला बोलने और बीजेपी के खिलाफ भी माहौल बनाने का दोहरा प्रयास कांग्रेस कर रही है और यही वजह है कि 3 मार्च से कांग्रेस बूथ स्तर पर दिल्ली की 280 जगहों पर महंगाई के खिलाफ प्रदर्शन करने वाली है. शिला के प्रयासों से पार्टी छोड़ कर चले गए नेताओ को फिर से कांग्रेस में शामिल किया गए है और कांग्रेस एक बार फिर मजबूती से आगे बढ़ने का प्रयास कर रही है.
इसी प्रयास में सोमवार को दिल्ली प्रदेश कार्यालय पर पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के अलावा केंद्रीय कांग्रेस के पदाधिकारी, केंद्रीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय सचिव देवेंद्र यादव और तरुण कुमार ने बैठक में हिस्सा लिया. बैठक का एजेंडा दिल्ली सरकार और BJP के खिलाफ ठोस योजना बनाया जाना था.
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