एमपी में पिछले तीन चुनावों से जीत को तरस रही कांग्रेस इस बार पूरा जोर लगा रही है कि इस बार एमपी में सत्ता हासिल हो जाए .इसके लिए वह कई बदलाव भी कर रही है .अब कांग्रेस ने भी भाजपा की तर्ज पर अपने विधायकों का रिपोर्ट कार्ड मांगने का फैसला किया है .
बता दें कि कांग्रेस में विधायकों के कामकाज का आकलन किए जाने का प्रावधान नहीं था, लेकिन राहुल गांधी के अध्यक्ष चुने जाने के बाद अब पार्टी ने एक बड़ा रणनीतिक बदलाव किया है. अब विधायकों को उनके कामकाज का ब्यौरा देना होगा.राष्ट्रीय महासचिव और प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया ने कहा कि एक फरवरी को बुलाई गई पार्टी के विधायक दल की बैठक में सभी मौजूदा विधायकों को अपना रिपोर्ट कार्ड पेश करना होगा.
यही नहीं कांग्रेस ने बजट सत्र में सरकार को घेरने की रणनीति पर विचार करना शुरू कर दिया है . एक फरवरी को कांग्रेस विधायक दल की इस बैठक में खास तौर से बजट सत्र के दौरान सरकार को घेरने की रणनीति पर चर्चा होगी.महंगाई, जीएसटी और बेरोजगारी जैसे अहम मुद्दों पर सरकार को सदन में घेरेगी एमपी विधानसभा का बजट सत्र 26 फरवरी से शुरू हो रहा है जो शिवराज सरकार मौजूदा कार्यकाल का अपना आखिरी बजट होगा .
यह भी देखें
कोलारस-मुंगावली उपचुनाव के कांग्रेस उम्मीदवार घोषित