केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली आज 2018 का बजट पेश कर रहे है. जहां एक तरफ सरकारी पक्ष इस बजट को किसानो के हित और आम जनता के फायदे वाला बता रहा है तो वहीँ विपक्ष ने इसे पूरी तरह चुनावी बजट करार दिया है. बजट पेश होने से पहले कांग्रेस ने सरकार पर चुटकी लेते हुई जुमलों की बारिश की बायत की है. बुधवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि, सरकार यह बजट लोकसभा चुनाव को ध्यान में रख पेश करेगी, इसमें जनता को आकर्षित करने के अलावा और कुछ नहीं होगा.
एक समिति बैठक के बाद ममता ने कहा कि, "केंद्र सरकार इस साल चुनावी बजट लेकर आ रही है. सबको पता है कि पिछले चार साल से सरकार कैसे चल रही है और वर्तमान में क्या हालात हैं. लेकिन इस साल वे एक चुनावी बजट पेश करने जा रहे हैं."
वहीं कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री आरपीएन सिंह ने इस बजट को जुमलों की बारिश करार देते हुए कहा कि, "ईश्वर से प्रार्थना है कि इस बार किसानों और नौजवानों के लिए बजट में कुछ हो. 15 लाख रुपये का वादा, 2 करोड़ सलाना नौकरियां, पाकिस्तान से 56 इंच के सीने से निपटने की बात सिर्फ जुमाले ही साबित हुए."
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