वास्तुशास्त्र का मुख्य उद्देश्य मानव जीवन में व्याप्त परेशानी को खत्म करने का है, इसके माध्यम से आप घर में फैले वास्तुदोष को बड़ी ही आसानी से खत्म कर सकते हैं। जिस घर में वास्तुदोष पनप नहीं पाता, वहां निरंतर सकारात्मक ऊर्जा का ही विस्तार होता है। लेकिन सवाल यह उठता है कि आखिर घर में वास्तुदोष आता कहां से है? क्या कारण है, जो वास्तुदोष घर मे प्रवेश कर जाता है। अगर आप भी अब तक इन सब सवालों से अन्जान हैं, तो यहां पर आज हम आपको वास्तुदोष के पैदा होने के कारण से अवगत कराने जा रहे हैं। यहां पर हम जानेंगे कि आखिर वह कौन सा कारण है, जो वास्तुदोष को ख़त्म कर सकता है।
किसी भी शुभ चोघड़िए में पीसी गई हल्दी में गंगा-जल मिलाकर मुख्य द्वार के दोनो तरफ ॐ बनाने से अनर्थ संभावना समाप्त हो जाती है।
प्रत्येक रविवार को बच्चों को दूध-रोटी और शक्कर अलग-अलग या मिलाकर खिलाने से मेधा-शक्ति बढ़ती है।
मुकदमा–विवाद या झगड़े के कागजात उत्तर, पूर्व या ईशान दिशा में रखने से फैसले जल्दी आते हैं।
शयन कक्ष में झुठे बर्तन रखने से कारोबार में कमी आती है और कर्ज बढ़ता है।
ईशान कोने में कचरा जमा होता है, तो शत्रु वृद्धि होती है।
उपहार में आये चाकु, कैंची आदि न रखें।
इन चीजों के जलाने मात्र से वास्तुदोष हो जाता है जड़ से खत्म
वास्तु के अनुसार पकाएं खाना, घर सुख समृद्धि से भर उठेगा
मुख्य द्वार पर किया गया ये काम, जीवन खुशहाल बनाता है
जीवन में धन की कमी है, तो नहाने के बाद कर लें ये काम