भारत एवं मिस्र के मध्य 2 सितंबर 2016 को समुद्री परिवहन हेतु समझौता किया गया. इस समझौते से दोनों देश यह सुनिश्चित कर सकेंगे कि समुद्री क्षेत्र का परिवहन के लिए ही नहीं बल्कि नौसेनिक बेड़े के लिए भी उपयोग किया जा सकता है.
यह समझौता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह एल-सीसी के नई दिल्ली दौरे के दौरान किया गया. राष्ट्रपति सीसी भारत के तीन दिन के दौरे पर आये हैं.
इससे पहले अक्टूबर 2015 में केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने मिस्र और भारत के मध्य समुद्री परिवहन के लिए समझौते को मंजूरी प्रदान की थी. इसमें यह निर्धारित किया गया था कि स्थान एवं तिथि द्विपक्षीय मंजूरी से तय की जाएगी.
इस प्रस्ताव पर दोनों देशों के मध्य सहयोग बढ़ाने एवं समुद्री परिवहन क्षेत्र में सतत विकास कार्यो के लिए आपसी तालमेल हेतु हस्ताक्षर किये गये.
इसके अतिरिक्त, दोनों देशों ने वर्ष 2017 में ‘इंडिया बाय द नील फेस्टिवल’ आयोजित कराने का निर्णय लिया. यह आयोजन भारत की स्वतंत्रता की 70वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित किया जायेगा. इसके अतिरिक्त ‘ईजिप्ट बाय द गंगा’ नामक कार्यक्रम भी वर्ष 2017 में आयोजित कराया जायेगा.