नई दिल्ली: किम जोंग दक्षिण कोरिया को लेकर थोड़ा नरम दिखाई देते हुए दो साल बाद पड़ोसी देश दक्षिण कोरिया के साथ बात करने के लिए राजी हुआ है. दक्षिण कोरिया और उत्तर कोरिया के बीच ये बातचीत इसलिए बहुत अहम है, क्योंकि किम जोंग का दक्षिण कोरिया के नाम से भी नफरत है. उसके देश में दक्षिण कोरिया के रेडियो तक सुने नहीं जा सकते हैं. हालांकि तानाशाह के इस प्रस्ताव को मानने के बाद दक्षिण कोरिया में विरोध शुरू हो गया है. बता दे कि उत्तर कोरिया शीत ओलंपिक पर होने वाली उच्च स्तरीय बैठक में हिस्सा लेने के लिए तैयार हो गया है.
यह जानकारी दक्षिण कोरिया के अधिकारियों ने दी है. यह बैठक 9 जनवरी को होनी है. बैठक में फरवरी में दक्षिण कोरिया में होने वाले शीत ओलंपिक में उत्तर कोरियाई एथलीटों के हिस्सा लेने पर चर्चा की जाएगी. दक्षिण कोरिया की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी लिबर्टी कोरिया पार्टी के अध्यक्ष हांग जून प्यो के मुताबिक, दक्षिण कोरिया की सरकार, उत्तर कोरिया की चाल में आ गई है. उत्तर कोरिया के तानाशाह की नजर दक्षिण कोरिया में राजनीतिक पार्टियों के बीच मतभेद पर है. यही नहीं वो अमेरिका और दक्षिण कोरिया के बीच भी दरार डालना चाहता है.
किम ने दक्षिण कोरिया के बातचीत के न्यौते को स्वीकरा
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उत्तर कोरिया का किस्सा, लेना चाहता है ओलंपिक में हिस्सा