नई दिल्ली : दुनिया की सबसे बड़ी ऑइल प्रोड्यूसिंग कंपनी सऊदी अरामको महाराष्ट्र की ऑयल रिफाइनरी में 50 प्रतिशत की हिस्सेदारी खरीदेगी.खबर है कि दोनों कंपनियों के बीच यह डील करीब 44 बिलियन डॉलर में हुई है.दिल्ली में आयोजित अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा मंच (आईईएफ) के एक कार्यक्रम से अलग समझौते पर हस्ताक्षर किए गए हैं.
इस बारे में सऊदी अरब के तेल मंत्री खालिद ए अल-फालिह ने कहा कि सऊदी के निवेश स्थानों में भारत प्राथमिकता में शामिल है. अरामको इस रिफाइनरी (पश्चिमी तट रिफाइन) से अलग भी अन्य अवसरों की तलाश करेगी.बता दें कि इस परियोजना में बाकी की हिस्सेदारी इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम की रहेगी.
उल्लेखनीय है कि कि ईराक के बाद सऊदी अरब ही भारत के लिए कच्चे तेल का सबसे बड़ा वितरक देश है. वहां से करीब 20 प्रतिशत तेल का वितरण होता है. सऊदी मंत्री अल-फलिह ने कहा कि इन योजनाओं से ऐसा लगता है कि सऊदी अरब और अरामको सिर्फ वितरक ही नहीं है,बल्कि वे भारत में बड़े निवेशक भी बनना चाहते हैं. इसीलिए यह कम्पनी देश के अन्य हिस्सों में अवसर खोज रही है. जबकि दूसरी तरफ भारत में ईंधन की कीमतें लगातार बढ़ती जा रही है.हालाँकि सरकार ने देश की तेल विपणन कंपनियों को दाम कम करने को कहा है.जबकि कंपनियां इससे इंकार कर रही है.
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