पटना- नितीश कुमार की अगुवाई में हज़ारों लोगों ने दहेज प्रथा और बाल विवाह के खिलाफ महाभियान की शुरुआत की. सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित प्रमुख मंत्री, विभिन्न विभागों के आला अधिकारी विभिन्न स्थानों से यहां पहुंचे. आम जन ने समाज के लिए अभिशाप बन चुके बाल विवाह और दहेज प्रथा के खात्मे की शपथ ली.
बड़ी संख्या में सफ़ेद टोपी पहनकर आये लोगो ने मुख्यमंत्री के साथ संकल्प लिया कि वो इन दो कुप्रथाओ को जड़ से मिटा देंगे. शपथ लेने वालों में विधानसभा के स्पीकर विजय कुमार चौधरी, बिहार विधान परिषद के उप सभापति हारुण रशीद, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे .
महिला विकास निगम ने रिंकी, काजल और धनवंती नाम की बालिकाओ को दहेज प्रथा और बाल विवाह के खिलाफ 'रोल मॉडल' के रूप में प्रस्तुत किया. जिन्होंने इन कुप्रथाओ के विरुद्ध लड़ाई लड़ी. इन तीनो ने अपनी कहानी भी सुनाई. नीतीश ने कहा की ये बालिकाएं बेचारी नहीं है, इन्होने वो काम कर दिखाया है, जो हजारों सालों से हमारा समाज नहीं कर पाया है. नितीश ने यह भी आह्वान किया कि ऐसी किसी भी शादी में जो बाल विवाह हो या दहेज लेकर हो रही हो वहाँ शामिल न हो तथा पुलिस को सूचित करें.
नीतीश कुमार के सहयोगी बनेंगे अशोक चौधरी ?