दिल्ली की जनता को बुरे ट्रैफिक से निजात का इंतज़ार है और अब यह इंतज़ार शायद ख़त्म होता नज़र आ रहा है. इस समस्या को हल करने को लेकर सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की और से एक बड़ा एक्सपेरिमेंट करने की तैयारी की जा रही है. मुख्य मार्गो में एक से ज्यादा कट वाली सड़को को वन वे रोड में बदला जाएगा. ये होने से यातायात व्यवस्था को और बेहतर बनाया जा सकेगा. इन जगहों पर सड़को का चौड़ीकरण संभव नहीं है इस वजह से इन्हे वन वे में बदला जा रहा है. संकरे रास्तों पर हैवी ट्रैफिक से जाम लग जाने की सम्भावना भी काम हो जाएगी.
ट्रैफिक पुलिस कर रही रिसर्च
दिल्ली की ट्रैफिक पुलिस ने कई सड़कों को वन वे ट्रैफिक बनाने की रीसर्च शुरू कर दी है. स्पेशल कमिश्नर ऑफ़ पुलिस दीपेंद्र पाठक ने इसे लेकर सहमति दिखाई है और कहा है कि वन वे ट्रैफिक की पहचान अभी की जानी है. मंत्रालय से जुड़े सूत्रों के मुताबिक इस योजना को दो हिस्सों में पूरी करने का टारगेट है. वन वे ट्रैफिक की रूप रखा को तैयार किया जा रहा है. अभी इस योजना की शुरुआत है. इस योजना में कनॉट प्लेस, करोल बाग और सरोजनी नगर जैसे बड़े बाजार भी शामिल हो सकते है. इन जगहों पर सरकार बड़ी गाड़ियों के आने जाने पर रोक लगाने वाली है.
सडकों का चौड़ीकरण संभव नहीं
दिल्ली के एल जी अनिल बैजल ने इंटेलिजेंट ट्रैफिक सिस्टम की शुरुआत करते हुए कहा था कि तेज़ी से बढ़ती हुई गाड़ियों पर कंट्रोल करने के लिए ट्रैफिक को वन वे ट्रैफिक किया जाएगा. दिल्ली में गाड़ियों की संख्या तेज़ी से बढ़ रही है. इसकी 7 फीसदी सालाना वृद्धि दर है.1971 के मुकाबले 2017 में 50 गुना ज्यादा इजाफा हुआ है. सड़को की लम्बाई में 4 गुना ज्यादा बढ़ी है. इस वक्त दिल्ली में 1.10 करोड़ गाड़ियां है और इसमें 3 फीसदी बढ़ोतरी हो रही है.
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