भूस्खलन होने से दिल्ली-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच-94 पर डबरकोट के पास राष्ट्रीय राजमार्ग एक बार फिर अवरुद्ध हो गया है और इसके कारण राजमार्ग करीब 15 घण्टे से बंद पड़ा है, जिसके दोनों तरफ गाड़ियां फंसी हुई है. बारिश की वजह से मलबा हटाने के काम में भी दिक्कत हो रही है.एक दिन की बारिश से ही एक बार फिर चट्टानी मलबा दरक कर सड़क पर आ रहा है. इस भूस्खलन संभावित क्षेत्र में पत्थर गिरने लगे हैं. सड़क के करीब 400 मीटर के स्ट्रेच में भूस्खलन होने से राजमार्ग बाधित हो गया है. ऐसे में यमुनोत्री यात्रा को अब महज 28 दिन का समय बाकी रह गया है इसलिए पहाड़ी से मलबा आना राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की चुनौतियां तो बढ़ा ही रहा है स्थानीय लोगों की मुसीबत भी बढ़ा रहा है.
यमुनोत्री के कपाट बंद होने के बाद स्थानीय लोग इस भूस्खलन संभावित क्षेत्र का सुरक्षित ट्रीटमेंट की मांग करते रहे लेकिन राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण पांच महीने तक आराम फ़रमाता रहा. नतीजतन अब फिर वही स्थिति आ गई है कि भूस्खलन होगा, रास्ता बंद होगा, यात्री परेशान होंगे और प्राधिकरण दावा करते रहेगा कि वह पूरी मुस्तैदी से काम कर रहा है. बुधवार की सुबह से हो रही बारिश रात को भी जारी रही. इसकी वजह से भूस्खलन के मलबा दलदल में बदल रहा है.
मलबा हटा रही जेसीबी भी मलबे की वजह से नहीं चल पा रही है. गौरतलब है कि पिछले यात्रा काल के दौरान भी इस मार्ग पर भूस्खलन की वजह से राष्ट्रीय राजमार्ग 18 दिन तक बंद रहा था और यात्रा इस पूरी अवधि के दौरान बाधित रही थी. 18 दिन तक सैकड़ों वाहन भी जानकी चट्टी और स्याना चट्टी में ही फंसे रहे थे.
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