दिल्ली : दिल्ली के संगम विहार इलाके में एक निजी स्कूल के उद्घाटन के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आधे रास्ते से उस समय लौट गए जब उन्हें पता चला कि सैकड़ों की तादाद में लोग सड़क पर इकट्ठा हो गए हैं और पानी की किल्लत के लिए विरोध कर रहे हैं. दिल्ली में पानी की किल्लत से परेशान लोगों में अब गुस्सा नजर आने लगा है. हिम्मत करके मंत्री सत्येंद्र जैन और स्थानीय विधायक प्रकाश जारवाल जब पहुंचे तो लोगों की भीड़ बेकाबू हो गई. अगर वहां स्थानीय पुलिस ना होती तो मंत्री सत्येंद्र जैन के साथ मारपीट तक हो जाती.
सैकड़ों की तादाद में पुलिस बल ने घेरा बनाकर सत्येंद्र जैन और स्थानीय विधायक को स्कूल के अंदर दाखिल कराया. पब्लिक ने गाड़ियों को घेर लिया था ऐसे में मंत्री और विधायक को पैदल ही दूर उतार दिया गया और वहां से घेरा बनाकर पुलिस अपनी सुरक्षा में स्कूल के उद्घाटन के लिए ले गई. आमतौर पर कोई नेता या मुख्य अतिथि कुछ मिनट के लिए ही किसी कार्यक्रम में शिरकत करते हैं लेकिन स्थानीय लोग कार्यक्रम स्थल के बाहर बड़ी तादाद में जमा थे ऐसे में मंत्री सत्येंद्र जैन ने एक स्कूल के कार्यक्रम में 3 घंटे से ज्यादा का वक्त गुजारा. सत्येंद्र जैन शाम 4 बजे शाम पहुंचे थे और लगभग 7 बजे वहां से निकले, ताकि बाहर इकट्ठी लोगों की भीड़ कम हो जाए.
विधायक प्रकाश जारवाल ने भाषण देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री भी आना चाहते थे लेकिन विपक्षी पार्टियों द्वारा प्रायोजित विरोध प्रदर्शन की वजह से उन्हें आधे रास्ते से ही लौट जाना पड़ा. समस्या ज्यों की त्यों है.
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