मुजफ्फरपुर: पीएम मोदी की कथनी और करनी के बिच के फर्क को लेकर पहले भी कई बातें होती रही है. अब बिहार के मुजफ्फरपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साल 2014 के लोकसभा चुनाव में किए गए वादों को याद दिलाने के लिए निषाद विकास संघ आठ अप्रैल को मोतिहारी में 'चीनी बिना चाय' मोटरसाइकिल महारैली निकालने जा रही है. निषाद विकास संघ के अध्यक्ष मुकेश सहनी ने यहां शनिवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि यह महारैली कई मायनों में ऐतिहासिक होने वाली है.
'सन अफ मल्लाह' के नाम से चर्चित सहनी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने चुनाव प्रचार के समय मोतिहारी की जनता से वादा किया था कि अगर उनकी सरकार बनी तो 100 दिन के अंदर मोतिहारी में चीनी मिल चालू करवा देंगे. उन्होंने इसी चीनी मिल की चीनी से बनी चाय पीने का वादा भी किया था. दुर्भाग्य है कि चार साल गुजर जाने के बाद भी चीनी मिल को चालू नहीं करवाया गया है.
उन्होंने कहा, निषाद विकास संघ प्रधानमंत्री को वादे याद दिलाने के लिए मोतिहारी में महारैली का आयोजन कर रहा है. प्रधानमंत्री दो दिन बाद 10 अप्रैल को मोतिहारी आने वाले हैं. सहनी ने कहा कि वर्ष 2015 में विधानसभा चुनाव के समय प्रधानमंत्री ने निषाद समाज को आरक्षण देने का भी वादा किया था, मगर वे दोनों वादे भूल गए. उन्होंने कहा कि बलवां कोठी चीनी मील मैदान से मोतिहारी के राजेंद्र नगर भवन (टाउन हॉल) तक 11 बजे दिन से मोटरसाइकिल यात्रा निकाली जाएगी.
सहनी ने कहा कि निषाद समाज के प्रत्येक व्यक्ति को अब सही-गलत की पहचान हो गई है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर निषाद समाज से किए गए सारे वादे पूरे नहीं हुए तो आगामी चुनाव में निषाद समाज अपने साथ छल और वादाखिलाफी करनेवाली पार्टियों को माकूल सबक सिखाएगा. गौरतलब है कि अपने भाषणों में बड़े बड़े दावे और वादे करने वाले पीएम मोदी के खिलाफ इस तरह की शिकायत देश भर में की जा रही है.
मैथिली अकादमी की चालीस हजार पुस्तकें बर्बाद
शादी राजनीतिक मंच नहीं, सभी होंगे शामिल- तेजप्रताप
बड़ी खबर: SC/ST एक्ट पर हिंसा सुनियोजित थी-रिपोर्ट