किसी क्षेत्र के अपने कुछ स्किल्स होते है जिनकी मदद से उस क्षेत्र में उन्नति और प्रगति की जा सकती है.आपको चाहिए की आप भी उन स्किल्स के बारे में जाने और सम्बंधित क्षेत्र में प्रगति हासिल करें जॉब आप कुछ नया डेवलपमेंट उस बक्त आपको वे स्किल्स काम आएंगे .
जाने कुछ खास बातें -
डाटा और एनालिटिक्स
अब दुनिया टेक्नोलॉजी और ऑटोमेशन से डाटा रेवोल्यूशन पर आ चुकी है।अब कंपनियों के लिए डाटा जनरेट करना, इसके चारों ओर के सिस्टम को व्यवस्थित करना, डाटा को पढऩे और समझने के लिए एनालिटिक्स इस्तेमाल करना काफी महत्वपूर्ण काम हो गए हैं। प्रक्रिया का हिस्सा बनने के लिए सीखें कि आपका बिजनेस किस तरह से काम करता है, कौनसा डाटा महत्वपूर्ण है, इसे किस तरह से कैप्चर और विश्लेषित किया जाता है। जानने की कोशिश करें कि डाटा की मदद से किस तरह से कस्टमर को सेग्मेंट में बांटा जा सकता है, नजरिया पैदा किया जा सकता है, रेवन्यू बढ़ाया जा सकता है और बिजनेस प्रोजेक्शन तैयार हो सकते हैं। आपकी कंपनी के द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले टूल्स, डाटा एनालिसिस, डाटा मॉडलिंग और माइनिंग सॉफ्टवेयर पर अपनी पकड़ बनाएं। अपनी प्रैक्टिकल नॉलेज को ऑनलाइन लर्निंग के साथ जोड़ें और नए आइडियाज जनरेट करें।
कस्टमर सर्विस मैट्रिक्स
किसी भी बिजनेस का सबसे बड़ा लक्ष्य ग्राहकों को अच्छी से अच्छी सेवा देना होता है। ग्राहक के संतुष्टि के स्तर को समझना और उसकी भविष्य की जरूरतों के बारे में पता लगाना एक अंतहीन प्रक्रिया होती है। इसलिए आपकी कंपनी ऐसे मैनेजर्स को प्रमोट करती है जो कस्टमर ओरिएंटेड हों। कंपनियां ऐसे मैनेजर्स पसंद करती हैं जो ग्राहकों की संतुष्टि के स्तर को ट्रैक कर सकते हैं। उनके पास इसे बेहतर बनाने के तरीके भी होते हैं। इस योग्यता को विकसित करने के लिए अपने प्रोडक्ट के संदर्भ में ग्राहक के अनुभव से संबंधित सवाल पूछें। आपको ग्राहक की समस्या को सुलझाने की कला आनी चाहिए। आपको प्रतिक्रिया की गति को तेज करना चाहिए।
वित्तीय विश्लेषण
सफल प्रोफेशनल्स समस्या व समाधान के लिए कंपनी के नजरिये से सोचते हैं। इसके लिए प्रोजेक्ट और कंपनी की लागत, रेवन्यू और लाभ को समझना होगा। बिजनेस से जुड़े हुए नंबर्स को समझें। इससे हायङ्क्षरग, खरीद, लीज, कैपिटल आदि को समझने में मदद मिलेगी। इससे पता लगेगा कि कंपनी किस तरह से फैसले लेती है। पता करें कि किस तरह से आपके प्रोजेक्ट व कंपनी की सफलता का आकलन किया जाता है।
रिस्क मैनेजमेंट
आपकी कंपनी को खुद का अस्तित्व बनाए रखने के लिए भविष्य के ऑपरेशनल खतरों से खुद को बचाना होगा। आप बता सकते हैं कि प्रोजेक्ट के साथ क्या-क्या गलत हो सकता है। रिस्क के परिदृश्य को विकसित करना चाहिए। बताना चाहिए कि अगर नुकसान होने की स्थिति में इससे कैसे निपटा जाएगा। सीनियर मैनेजमेंट को नियमित रूप से फीडबैक देना चाहिए और उनके इनपुट्स पर गौर करना चाहिए।
टेक्नीकल सेल्स
कंपनियां लगातार अपने प्रोडक्ट और सर्विस में नए फीचर्स जोड़ती रहती हैं, पर इसके बारे में ग्राहकों तक समय पर जानकारी नहीं पहुंच पाती है। कंपनियों को इस फील्ड में सफल होने के लिए उन मैनेजर्स पर निर्भर रहना पड़ता है जो टेक्नीकल सेल्स के बारे में अपनी समझ विकसित कर लेते हैं। आप चाहे डायेरक्ट सेल्स, सर्विस या ऑपरेशन्स में शामिल हों या न हों, पर आपको अपने प्रोडक्ट की विस्तृत समझ होनी चाहिए।
कॉन्टै्रक्ट नेगोशिएशन
आज के दौर में बिजनेस को चलाने के लिए कई कॉन्टै्रक्ट्स और एग्रीमेंट्स की जरूरत पड़ती है। अब बिजनेस स्पेशलाइज्ड सर्विसेज मुुहैया करवा रहे हैं और ऑनलाइन व ऑफलाइन कोलोबोरेट कर रहे हैं। मैनेजर के तौर पर बिजनेस डील्स को प्रभावी तरीके से नेगोशिएट करके आप अपनी कंपनी का काम आसान कर सकते हैं। आपको कॉन्ट्रैक्ट के लिए जरूरी पेपरवर्क में महारत हासिल करनी चाहिए।
न्यू बिजनेस डवलपमेंट
न्यू बिजनेस डवलपमेंट में वे सभी एक्टिविटीज शामिल हैं, जो कंपनी के लिए नए रेवन्यू जनरेट कर सकती हैं। आपकी कंपनी आप पर इस बात के लिए निर्भर रहती है कि आप सोल्यूशन तैयार कर सकें और परिणामस्वरूप रेवन्यू मेकिंग डील्स हो सकें। आपको अपनी इंडस्ट्री के बाहर के बिजनेस मॉडल्स का अध्ययन करना चाहिए। आपको अपनी फर्म में उन लोगों से सीखना चाहिए, जो लगातार सबसे बड़ी डील्स डिलीवर करते हैं।