मोटापा कम करने और छरहरी काया पाने की ख्वाहिश में की गई डाइटिंग आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती है. डाइटिंग तब और ज्यादा खतरनाक हो जाती है, जब इसे डाक्टर से सलाह लिए बिना शुरू कर दिया जाए. एक नए अध्ययन के अनुसार डाइटिंग से दिल के रोगों, मधुमेह और कैंसर रोग होने की संभावनाएं बढ़ जाती है. वे लोग जो कैलोरी की मात्रा नियंत्रित करते हैं, उनमें हानिकारक तनाव हार्मोन कोर्टिसोल ज्याद बनने लगता है. इस हार्मोन की वजह से डाइटिंग करने वाले कुछ लोगों का वजन बढ़ना शुरू हो जाता है.
जब कोई व्यक्ति बिना बात के खाना कम कर देता है या किसी अन्य कारण से उसे पौष्टिक भोजन नहीं मिल पाता तो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कम होने लगती है. ऐसी स्थिति में शरीर में मौजूद क्षय रोग के जीवाणुओं के सक्रिय होने की आशंका बढ़ जाती है. हमारे देश में लोगों की कहीं भी थूक देने की आदत है.
लोग मुंह को बिना ढंके खांसते हैं. जो व्यक्ति डाइटिंग कर रहा होता है उसके शरीर का प्रतिरोधी तंत्र कमजोर हो जाता है. इसका असर यह होता है कि थूक या खांसी के जीवाणु उसके शरीर को आसानी से प्रभावित कर देते हैं.