आज देश के करीब 10 करोड़ बच्चों समेत प्रधानमंत्री मोदी ने शिक्षकों और बच्चों के अभिभावकों को तालकटोरा स्टेडियम से 'परीक्षा पर चर्चा' विषय पर सम्बोधित किया. कार्यक्रम को सर्वप्रथम केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने सम्बोधित किया. उन्होंने छात्रों को शिक्षा सम्बंधित कई बाते बताई. वहीं, जावड़ेकर के सम्बोधन के बाद पीएम मोदी ने कार्यक्रम को सम्बोधित किया. मोदी ने काह कि, 10 करोड़ बच्चों से रूबरू होने का मुझे सौभाग्य मिला हैं. जिन-जिन लोगो का योगदान मुझे यहां तक पहुँचाने में हैं. उनमे सबसे पहले मेरे शिक्षकों का योगदान हैं. पीएम ने कहा कि, मैं पहले मेरे शिक्षकों को नमन करना करता हूँ. पीएम मोदी ने छात्रों को परीक्षा और जीवन में सफलता पाने के लिए कई बाते बताई जो कि, निम्नलिखित हैं...
- छात्र हमेशा पढ़ाई में ही न घुसे रहे, बाहर की दुनिया से भी रूबरू हो.
- फोकस करना हैं तो पहले डिफोकस करना सीखें.
- जिससे सुकून मिलता हो वह काम जरूर करें
- परीक्षा का मतलब सब कुछ बंद नहीं होता हैं.
- पढ़ाई और खेल के बीच में तालमेल बैठाना जरूरी हैं.
- परीक्षा के तनाव के बीच कभी खुले पैर में मिट्टी में दौड़ने का आनंद भी लीजिए.
- जीवन में IQ और EQ दोनों में तालमेल होना जरूरी हैं.
- भारत क बच्चे जन्म से ही राजनेता होते हैं.
- हर छात्र में विशेष ताकत होती हैं, जरूरत हैं तो उसे पहचानने की.
- कई बातों पर आप एक बार में ध्यान केंद्रित न करे, यह काफी नुकसान दायक हो सकता हैं.
- कभी भी किसीप्रतियोगिता में दूसरे से अपनी तुलना न करें.
- परीक्षा के तनाव को कम करने के लिए पूर्ण नींद लेना जरूरी हैं.
- हमेशा स्वयं से स्पर्धा करें.
- इमोशन प्रेरणा का सबसे बड़ा स्त्रोत हैं.
परीक्षा पर चर्चा : पीएम मोदी ने दिया 10 करोड़ छात्रो को 'गुरु मंत्र'
'परीक्षा पर चर्चा' : प्रकाश जावड़ेकर ने कहा- शिक्षा को गुणवत्ता पूर्ण बनाना एक मिशन