इंसान के जीवन में समस्याओं का अंबार है एक समस्या खत्म नहीं होती और दुसरी समस्या दरवाजे पर खड़ी होती है अन्दर आने के लिए। इनमें से कुछ समस्या का समाधान मनुष्य खुद कर लेता है और कुछ समस्या ऐसी होती है जिनका समाधान मनुष्य के बस के बाहर होता है। और फिर वह इन समस्या के समाधान के लिए भगवान कि शरण में जाले जाता है और पूजा-पाठ शुरू कर देता है लेकिन उसकी पूजा पाठ से उसकी समस्या का समाधान हो जाता है, लेकिन इतना समय हो जाता है कि वह समस्या खुद खत्म हो जाती है.
आज हम आपको कुछ ऐसी ही बातों के विषय में चर्चा करने वाले हैं। जिनकी सहायता से भगवान की अराधना में आपको तुरन्त फल की प्राप्ति होगी। तो चलिए देखते है कौन सी वह बातें है जो आपको तुरन्त फल की प्राप्ति दिलाएंगे।
शिव जी को विल्व पत्र, विष्णु को तुलसी, गणेश जी को हरी दूर्वा, दुर्गा को अनेक प्रकार के पुष्प और सूर्य को लाल कनेर के पुष्प प्रिय हैं। शिवजी को सदाबहार पुष्प, विष्णु को धतूरा और देवी को आक के पुष्प नहीं चढ़ाए जाते।
एक घर में कम से कम पांच देवी देवताओं की पूजा होनी ही चाहिए-गणेश, शिव, विष्णु, सूर्य, दुर्गा। किसी भी देव या देवी के पूजन के प्रति संकल्प,एकाग्रता, श्रद्धा होना बहुत ही आवश्यक है।
घर में मंदिर कुछ ऐसे स्थापित किया जाना चाहिए जहां ताजी हवा और सूरज की रोशनी पहुंचती हो। जिन घरों में सूर्य की किरणों का प्रवेश होता है उन घरों में दोष तो वैसे ही समाप्त हो जाते हैं।
भगवान शिव को कभी हल्दी या शंख से जल नहीं चढ़ाना चाहिए। पूजन स्थल की पवित्रता का हमेशा ध्यान रखें, चप्पल या फिर चमड़े की किसी वस्तु को पूजा स्थल में प्रवेश ना दें।
अगर आप घी का दीपक जला रहे हैं तो उसमें सफेद रूई की बत्ती का उपयोग करें, वहीं अगर आप तेल का दीपक जलाते हैं तो लाल रंग की बत्ती उपयुक्त रहती है।
पूजा में पान का पत्ता बहुत उपयोगी माना गया है। पान के पत्ते में इलायची, लौंग, गुलकंद आदि भी डालकर पूजा करेंगे तो यह और शुभ होगा।
जिन लोगो कि किस्मत नहीं है उनके साथ वह कर लें यह काम
देवी-देवताओं को करें यह प्रसाद अर्पित सदा बना रहेगा आशीर्वाद
इस दिशा में बैठकर करें हनुमान जी की अराधना होंगे फायदे ही फायदे