मानव जीवन में रंगो का विशेष महत्व होता है, हर रंग कुछ कहता है। हर इंसान पर इनका गहरा प्रभाव पड़ता है। वास्तुशास्त्र में जिस तरह दिशाओं का विशेष महत्व होता है ठीक उसी तरह से रंग भी मानव जीवन को अच्छी और बुरी तरह से प्रभावित करते हैं। पंच तत्वों के आधार पर जिस घर में रंगो का सही संतुलन देखने को मिलता है उस घर में सकारात्मक ऊर्जा निरंतर प्रभावित होती रहती है। आज हम आपसे कुछ इसी सिलसिले में बात करने वाले हैं यहां पर हम जानेंगे कि आखिर कैसे रंग मानव जीवन के लिए महत्वपूर्ण होते हैं? किस तरह से हम रंग के माध्यम से हमारे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार कर सकते हैं।
• सफेद: यह रंग शुद्धता और शांति का प्रतीक माना जाता है। घर के जिस भी जगह में सफेद रंग हो वहां आप बैठकर देखेंगे तो अद्भुत शांति और मानसिक सुकून का एहसास होगा। यह रंग अच्छा भाग्य लाता है। यह रंग घर, ऑफिस और उस जगह लगाया जाना चाहिए जहां बैठकर आप पढ़ाई करते हों।
• लाल: लाल रंग ऊर्जा और अग्नि का प्रतीक है। एकाग्रता बढ़ाने और किसी काम पर फोकस करने में लाल रंग बहुत मदद करता है। इसलिए यदि आप जीवन में फोकस्ड रहना चाहते हैं तो अपने घर का एक कोई कोना लाल रंग का जरूर होना चाहिए। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है।
• हरा: हरा रंग शुद्धता, प्रकृति और मस्तिष्क का प्रतिनिधित्व करता है। इस रंग से मस्तिष्क में सकारात्मक विचारों का प्रवाह बढ़ता है। मन में अच्छे विचार आने से आप अपने लक्ष्य के प्रति सजग रहते हुए आगे बढ़ते हैं। एकाग्रता बढ़ाने और शिक्षा के क्षेत्र में सफलता हासिल करने में हरा रंग बहुत मदद करता है।
• नीला: भावनात्मकता का प्रतीक होता है नीला रंग। यह रंग सकारात्मक ऊर्जा का फ्लो तो बढ़ाता ही है। लव लाइफ को भी ठीक करता है। पति-पत्नी या प्रेमी-प्रेमिका के बीच प्रेम बढ़ाने में मदद करता है नीला रंग। इससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्दि होती है और व्यक्ति स्वस्थ बना रहता है।
• पीला: खुशमिजाजी का प्रतीक है पीला रंग। यह रंग घर में जहां भी होता है वहां के वातावरण में विशेष प्रकार का सुखद अनुभव होता है। यह रंग मन की उदासी दूर करता है। यूथफुल कलर होने से यह खासकर घर के युवाओं को अधिक प्रभावित करता है। पीले रंग से घर में समृद्धि आती है।