जब किसी की नयी नयी शादी होती है तो उसके मन में सुहागरात को लेकर कई प्रकार के लड्डू फूटते है। और इस रात को ख़ास बनाने की योजना बानी जाती है। लेकिन हमारे देश में शादी के बाद पहली रात को लेकर कई रिवाज हैं। शादीशुदा जोड़े को इन रिवाजों का पालन करना होता है। कई रिवाज तो इतने मनोरंजक होते हैं कि इन्हें चाव के साथ निभाया जाता है, जबकि कुछ रिवाज काफी अजीबोगरीब होते हैं। हम उन्ही के बारे में आपको बताने जा रहे है।
1. दूध का ग्लास - दुल्हन दूल्हे के लिए कमरे में दूध का ग्लास लेकर आती है। जिसे दूल्हे को पीना पड़ता है। दूध पीने का कारण ये है कि इससे पहली रात अच्छी और यादगार बनाने में उन्हें मदद मिलेगी।
2. पान - सुहागरात में दूल्हा-दूल्हन पान भी खाते हैं। पान मुंह की बदबू दूर करने के लिए होता।
3. सुहागरात की सेज - सुहागरात की सेज सजने का कारण होता है, फूलों की खूशबू। कहा जाता है कि फूलों की खुशबू से दूल्हा और दुल्हन रोमांटिक हो जाते हैं और उनकी पहली रात यादगार बनती है।
4. सफेद चादर - अकसर सुहागरात के वक्त बिस्तर पर सफेद चादर होती है। ये एक तरह का टेस्ट होता है जिसके जरिए पता चलता है कि लड़की कुंआरी है या नहीं, धीरे-धीरे ये प्रथा खत्म हो रही है, लेकिन पूरी तरह से खत्म होने में इसे अभी काफी वक्त लगेगा।
5. सुहागरात चादर की नुमाइश - ये प्रथा काफी अजीब है और समाज के एक बहुत बड़े हिस्से से इसे खत्म भी कर दिया है, लेकिन अभी भी देश के दूर दराज इलाकों में सुहागरात की चादर को रिश्तेदारों को दिखाया जाता है, जो एक तरह की पुष्टी होती है कि दूल्हन शादी से पहले कुंआरी थी।
6. काल रात्रि - बंगाल के एक रिवाज के अनुसार शादी की पहली रात दुल्हन पति के साथ नहीं सोती। दूल्हा और दुल्हन अलग-अलग कमरों में सोते हैं और अगली सुबह लड़की अपने पिता के घर चली जाती है। इसका कारण है कि लड़की एक रात में ये जान जाए कि उसके ससुराल वालों का स्वभाव कैसा है और वो वहां रह सकती है या नहीं।