ग्वालियर- भारत के अधिकांश क्षेत्रो में अभी भी इलाज की प्रयाप्त सुविधाऍ नहीं है, इलाज के आभाव में पीड़ित दम तोड़ देते है, ऐसे मामलो में खासकर बच्चों और गर्भवती महिलाओं को ज्यादा मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. शुक्रवार को ग्वालियर में दो साल के एक बच्चें की इलाज के दौरान मौत हो गयी जिस पर परिजनों ने जमकर हंगामा किया, परिजनों का कहना है कि इलाज में लापरवाही से बच्चे की मौत हुई है, मौक़े पर पहुंची पुलिस ने स्थिति को काबू में किया.
उल्लेखनीय है कि ग्वालियर के जनकगंज क्षेत्र में रहने वाले ज्ञानेन्द्र कौरव के 2 साल के बेटे आयुष को बुखार और उल्टी-दस्त की परेशानी होने पर परिजन उसे इलाज के लिए राॅक्सीपुल क्षेत्र के डाॅक्टर जैन के मुस्कान हाॅस्पीटल में लाए थे. डॉक्टरों ने आयुष को भर्ती किया और उसे इंजेक्शन और दवाई दी. आयुष की हालत और अधिक बिगड़ गयी और उसने अस्पताल में ही इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. आयुष के परिजनों ने डाक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया और हंगामा कर दिया. पुलिस ने अस्पताल पहुंच कर आयुष के परिवार वालो को समझाया और स्थिति को काबू में किया.
बता दे कि भारत में नवजात बच्चों से लेकर पांच साल तक के बच्चों में कुपोषण की बहुत अधिक कमी पाई जाती है, सरकार ने विभिन्न योजनाओ और आंगनवाड़ियों के द्वारा इनके पोषण और इलाज की व्यवस्था की है लेकिन समय पर कुपोषित बच्चो का इलाज नहीं होने पर इनकी मौत हो जाती है.
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