सोल : शुक्रवार को उत्तर कोरिया के परमाणु परीक्षण स्थान पर भूकंप के झटके आने की खबर मिली है. इसकी जानकारी मिलने पर दक्षिण कोरिया का कहना है कि ये कोई भूकंप नहीं वल्कि कोई परमाणु परीक्षण है. वहीँ दूसरे देशों जैसे अमेरिका, यूरोप और चीन द्वारा भूकंप की जांच करने वाली कुछ एजेंसियों का अनुमान है कि भूकंप केवल सतह स्तर पर 0030 जीएमटी पर आया था.
हलाकि दक्षिण कोरिया के कुछ सरकारी पदाधिकारियों द्वारा परमाणु परीक्षण की संभावना व्यक्त की गयी है. भूंकंप के झटके मिलने के बाद सोल ने इसे परमाणु परीक्षण की संभावना के चलते आपातकालीन राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाई है.
उत्तर कोरिया को परमाणु हथियार दे रहा पाकिस्तान
वहीँ चीन के विशेषज्ञों का यही मानना है कि ये कोई भूकंप नहीं अपितु संदिग्ध विस्फोट था. वहीं दूसरी ओर जापान के सरकारी प्रवक्ता भी इसे उत्तर कोरिया के परमाणु परीक्षण की पूरी संभावना मान रहे हैं, और जापान ने अपनी इसे आशंका के चलते इससे जुड़े मंत्रालय को इस घटना के बारे पूरी और ज्यादा से ज्यादा जानकारी जुटाने का कार्य सौंप दिया है.
किम जोंग उन को अमेरिका ने कर रखा हैं ब्लैकलिस्टिड
तकरीबन दो माह पहले अमेरिका ने उत्तर कोरिया पर निगरानी के लिए एक परियोजना के तहत अमेरिकी 38 उत्तर सैटेलाइट तैनात किया था और उस सैटेलाइट द्वारा अमेरिका को उस सैटेलाइट के द्वारा उत्तर कोरिया के परमाणु परीक्षण स्थान पर भारी मात्रा में हो रही गतिविधियों के फुटेज रिकॉर्ड भी मिले थे जिसके चलते अमेरिका ने 6 जुलाई को उत्तर कोरिया के तानाशाह नेता किम जोंग उन को मानवाधिकारों के हनन के लिए ब्लैकलिस्टिड कर दिया था.
चौथा परमाणु परीक्षण जनवरी में किया था
बता दें उत्तर कोरिया ने जनवरी 2016 में अपना चौथा परमाणु परीक्षण किया था जिससे उसके खिलाफ कई प्रतिबन्ध लगाए गए थे. उत्तर कोरिया का पडोसी देश चीन भी उसके परीक्षण के खिलाफ है लेकिन अमेरिका के साथ संबंधों में खटास के चलते वो कोई साझा कदम नहीं उठा पा रहा है. उत्तर कोरिया के पडोसी होने के नाते चीन ऐसा कोई कदम उठाना भी नहीं चाहता जिससे दोनों देशो के बीच टकराव की स्थिति पैदा हो.