गुरुवार को केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बजट 2018 पेश किया. इस बजट में मोबाइल फोन पर लगने वाली कस्टम ड्यूटी को बढ़ा दिया गया है. जिसके बाद अब मोबाइल फोन्स के दाम बढ़ना तय है. सरकार ने मोबाइल फोन पर कस्टम ट्यूटी को 15 फीसदी से बढ़ाकर 20 फीसदी करने की घोषणा की है. जानकारों का मानना है कि कस्टम ड्यूटी में हुए इजाफे से शाओमी, ऐप्पल और सैमसंग जैसे कंपनियों के स्मार्टफोन खासा महंगे हो जाएंगे. साफ़ है कि कस्टम ड्यूटी बढ़ाई जाने के बाद विदेशी कंपनियों के प्रोडक्ट खासतौर पर महंगे होंगे. सरकार ने साफ़ किया है कि देश में निर्मित प्रोडक्ट के दामों पर कोई असर नहीं पड़ेगा. हालांकि ये तीसरा मौका है जब मोबाइल पर कस्टम ड्यूटी को बढ़ाया गया है.
इससे पहले सरकार ने पिछले साल जुलाई में आयातित उत्पादों को पर 10 फीसदी सीमा शुल्क लगाया था जिसे बाद में बढ़ाकर 15 फीसदी किया गया था. एक बार फिर इस शुल्क को बढाकर 20 फीसदी क्र दिया गया है. इस पर काउंटरप्वॉइंट रिसर्च के असोसिएट डायरेक्टर तरुण पाठक का कहना है कि, "इस कदम को लेकर कयास पहले से ही लगाए जा रहे थे लेकिन इंडस्ट्री को निर्माण क्षेत्र से जुड़ी कुछ और घोषणाओं की उम्मीद है. पिछले साल 3 अरब मोबाइल हैंडसेट में से 3/5 हैंडसेट भारत में असेंबल किए गए."
पाठक ने बताया कि, "सीमा शुल्क में हुई इस बढ़ोत्तरी के बाद अब कुछ कंपनियां लोकल उत्पादन इकाइयों का सहारा लेंगी और लोकल असेंबलिंग बढ़ाएंगी. इस फैसले के बाद ऐपल जैसे प्रीमियम फोन वाले बड़े ब्रांड प्रभावित होंगे, जो आयात पर खासा निर्भर हैं. लेकिन यह कदम स्थानीय कंपनियों के लिए फायदेमंद साबित होगा."
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