नई दिल्ली: 'मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना' बनाई तो इसलिए गई थीं कि, गरीबों की बेटियों की भी शादी हो सके और उनका घर बस सके, लेकिन उत्तर प्रदेश में चल रहे नकली शादियों के इस गोरखधंधे ने उसमे भी सेंध मार दी. उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नॉएडा क्षेत्र में कुछ लोगों ने तो मात्र शादी में मिलने वाली रकम और उपहार के लिए शादी कर डाली.
गौरतलब है कि, उत्तर प्रदेश सरकार गरीबों के बच्चियों को 20 हज़ार रुपये नगद, कुछ ज्वेलरी और कुछ गिफ्ट दिया जाता है. इसी लालच के चलते यहाँ कुछ लोगों ने इसे धंधा बना लिया है. स्थानीय जानकारी के अनुसार 24 फरवरी को ग्रेटर नोयडा में सामूहिक विवाह किया गया था, जिनमे शामिल 66 जोड़ो में, जांच करने पर 11 जोड़े पहले से शादीशुदा पाए गए. जिनमे से कुछ तो ऐसे भी थे जिनके बच्चे भी थे.
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 250 करोड़ रु के कुल बजट से प्रदेश भर में सामूहिक विवाह का अभियान चलाया जा रहा है, जिसमे अब तक 55 जिलों के 5937 जोड़ों का विवाह करवा दिया जा चुका है. प्रदेश सरकार ने कुल 10 हज़ार विवाह करवाने का लक्ष्य रखा है. इस अभियान में प्रशासन के अलावा और भी दूसरे प्राइवेट संस्थान जैसे एनजीओ आदि भी शामिल होकर नवदम्पत्तियों को उपहार आदि प्रदान करते हैं.
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