बाजार, साथ साथ, उमराव जान, चश्मे बद्दूर, मै और मेरी तनहाई, शतरंज के खिलाडी, जैसी कई सुपरहिट फिल्मों में नजर आ चुके बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता फ़ारुख़ शेख़ की 27 दिसम्बर यानि आज पुण्यतिथि है. फ़ारुख़ का जन्म मुम्बई के एक वकील मुस्तफ़ा शेख और फ़रिदा शेख के एक मुसलमान परिवार में हुआ. जो बोडेली कस्बे के निकट नसवाडी ग्राम के निकट बड़ोदी गुजरात के अमरोली में रहते थे. उनके परिवार वाले ज़मिंदार थे और उनका पालन पोषण शानदार परिवेश में हुआ.वो अपने घर के पाँच बच्चो में सबसे बड़े थे.
बात करे फ़ारुख़ की शिक्षा के बारे में तो उन्होंने सेंट मैरी स्कूल, मुंबई में पढ़ने गये और बाद में सेंट जेवियर्स कॉलेज, मुंबई गये. उन्होंने कनून की पढ़ाई सिद्धार्थ कॉलेज ऑफ़ लॉ में पूरी की.
25 मार्च 1948 को जन्में शेख ने 1973 में फिल्म 'गर्म हवा' से करियर की शुरुआत की थी और उसके बाद कला और मुख्यधारा की फिल्म में अपनी पहचान बनाई थी. उन्होंने चश्मेबद्दूर, उमराव जान, नूरी, किसी ने कहा, साथ-साथ,ये जवानी है दीवानी, आदि समेत तमाम फिल्में कीं.
शेख ने सत्यजीत रे के साथ भी लंबे समय तक काम किया. उनकी आखिरी फिल्म 'क्लब 60' थी. शेख को कला फिल्मों, रंगमंच और टेलीविजन में उनके योगदान के लिए जाना जाता है. उन्होंने टेलीविजन पर प्रसिद्ध शो 'जीना इसी का नाम है' की मेजबानी भी की थी. बता दे कि, फारुख शेख की मौत 27 दिसंबर 2013 को दुबई में दिल का दौरा पड़ गई, जहां वह अपने परिवार के साथ छुट्टी पर थी.
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