बीती रात मुंबई के एक पब में भीषण आग लगने से 14 लोगों की मौत हो गई, जबकि 15 लोग घायल हो गए. ये मामला संसद में भी उठा. बीजेपी सांसद किरीट सोमैया बोले कि ये हादसा एक तरह का डेथ ट्रैप था. उन्होंने कहा कि इस इलाके में जितने भी बार या पब हैं उनका फायर ऑडिट होना चाहिए. शिवसेना कोटे से केंद्रीय मंत्री अनंत गीते ने कहा कि इस मामले की जांच होनी चाहिए. हादसे के बाद बीएमसी पर लगातार सवाल उठे रहे हैं.
कहा जा रहा है कि रेस्तरां के पास रूफ टॉप रेस्तरां का लाइसेंस नहीं था, उन्होंने अपने आप ही वो बार चला रखा था. शायद यही कारण था कि वहां पर सुरक्षा का कोई इंतजाम नहीं था. इसके अलावा एक आरटीआई कार्यकर्ता ने कहा है कि वह इस इलाके में हो रहे अवैध निर्माण के खिलाफ शिकायत कर चुके हैं, लेकिन उन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई थी. जवाब में बीएमसी ने कहा था कि वहां पर हमने जांच की है, उस जगह कोई अवैध निर्माण नहीं है.
वही इस घटना में एक बड़ा खुलासा हुआ है. मुंबई फायर सर्विस के प्रमुख ने कहा है कि पब में आग बुझाने वाला कोई भी यंत्र काम नहीं कर रहा था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी मुंबई आग हादसे पर दुख जताया है.
मुंबई अग्निकाण्ड का 'रक्षक' मुकेश
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