नई दिल्ली : पंजाब नेशनल बैंक के घोटाले ने सबको झकझोर दिया है. बैकिंग सेक्टर पर छाए इस संकट को लेकर ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कॉन्फ़ेडरेशन (एआईबीओसी) भी चिंतित हो गया है. इस संगठन ने आरोप लगाया है कि व्यवस्था की खामियों के कारण अधिकांश वित्तीय घोटाले होते हैं. यह बात एक बैठक में कही गई.
उल्लेखनीय है कि ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कॉन्फ़ेडरेशन (एआईबीओसी) द्वारा आयोजित की गई बैठक में अन्य संगठनों और ट्रेड यूनियनों जैसे वित्तीय जवाबदेही केंद्र के साथ, नेशनल एलायंस ऑफ पीपुल्स मूवमेंट एंड न्यू ट्रेड यूनियन इनिशिएटिव ने हाल ही के वित्तीय घोटालों और सार्वजनिक धन की कानूनी लूट पर चर्चा की.चर्चा के दौरान पैनलिस्ट ने बैंकों के निजीकरण के मुद्दे पर भी विचार प्रकट किए.
बता दें कि इस बैठक में एआईबीओसी के महासचिव डीटी फ्रेंको ने सवाल किए कि सरकार में आरबीआई, वित्त मंत्रालय, सीवीसी जैसी संस्थाएं अन्य किसी बड़े घोटाले होने के बाद ही क्यों जागते हैं. व्यवस्था की विफलता का विश्लेषण क्यों नहीं कर रहे हैं? जो व्यवस्था की विफलताओं और घोटालों का कारण बनती है. सरकार और इसकी नीतियों की भूमिका क्या है इस मौके पर हर्षद मेहता घोटाला, केतन पारेख घोटाला का उल्लेख कर कहा कि प्रणाली की कमियों से ही एनपीए घोटाले हुए. बैठक में यह सुझाव भी आया कि सरकार बैंक ऋण बकाएदारों के नाम उजागर करें और कंपनियों के निदेशकों के पासपोर्ट में इंट्री करने के लिए गृह मंत्री निर्देशित करें ताकि वे देश से न भाग सकें.
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