मुंबई। महाराष्ट्र के मुंबई में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छत्रपति शिवाजी स्मारक का भूमिपूजन करने पहुंचेंगे। दरअसल यह निर्माण कार्य बड़ी लागत से किया जाएगा और यहां पर लायब्रेरी सुविधा, प्रदर्शनी आदि के साथ समुद्री क्षेत्र में एक शानदार पर्यटन स्थल का भूमिपूजन किया जाएगा लेकिन इसके भूमिपूजन कार्य का और छत्रपति शिवाजी स्मारक के निर्माण कार्य का मुंबई के मछुआरों द्वारा विरोध किया जा रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार कोली समुदाय के लोगों द्वारा इस मामले में विरोध किया जा रहा है। लोगों द्वारा विरोध के साथ कहा गया है कि इससे उनके रोजगार पर व्यापक असर होगा। इतना ही नहीं इस आंदोलन का नेतृत्व पारंपरिक मछिमार सेवा समिति व मछिमार सर्वोदय सोसायटी द्वारा किए जाएगा। माना जा रहा है कि इस निर्माण कार्य से 3500 मछुआरे प्रभावित होंगे। मछुआरों द्वारा किए जाने वाले विरोध को लेकर सरकार ने ध्यान दिया है और मछुआरों को आश्वासन मिला है कि उन्हें लोगों को स्मारक तक पहुंचाने के लिए फेरी सेवा करने दी जाएगी और इसे प्राथमिकता में रखा जाएगा।
मिली जानकारी के अनुसार इस मामले में लोक निर्माण मंत्री, महाराष्ट्र चंद्रकांत पाटिल ने मछुआरों को आश्वासन दिया है। गौरतलब है कि मछुआरे 24 दिसंबर को विरोध करते हुए अपना फिश मार्केट बंद रखेंगे। मछुआरे सरकार से चर्चा करना चाहते हैं। आश्वासन मिलने के बाद भी उन्हें मुश्किल का अनुभव हो रहा है। माना जा रहा है कि इस मामले में कोई सकारात्मक पहल काम कर सकेगी।
1993 मुंबई दंगो के समय गावस्कर ने