यदि किसी को संकट ने घेर रखा हो या फिर उपाय आदि करने के बाद भी परेशानी का हल नहीं हो रहा हो तो ऐसे लोगों को श्रद्धा और आस्था के साथ सोमवार के दिन भगवान शिव का पंचामृत अभिषेक करना चाहिये। अभिषेक का समय सुबह हो तो बेहतर होता है। अभिषेक के साथ ही भगवान भोलेनाथ को उनकी प्रिय वस्तु चढ़ाये तो निश्तिच ही मनोकामनाएं पूर्ण हो जायेगी।
ज्योतिष शास्त्र में संकटी सोमवार के साथ ही भोलेनाथ की उपासना का महत्व बताया गया है। भगवान शिव कल्याण के देवता है वहीं वे सामान्य पूजन अर्चन से ही अपने भक्तों पर प्रसन्न हो जाते है। इसलिये भोलेनाथ को याद करें तो फल की प्राप्ति अवश्य ही होगी। पंचामृत अभिषेक स्वयं भी कर सकते है या फिर किसी योग्य ब्राह्मण के माध्यम से भी कराया जा सकता है।
सोमवार के दिन अभिषेक करने वाले श्रद्धालु यदि एक समय भोजन करें तो और अधिक उत्तम होगा। अभिषेक पूजन के दौरान धतुरा, आंकड़े के फूल, बिल्व पत्र का अर्पण करना चाहिये तथा अभिषेक आदि संपन्न कर संकट निवारण के लिये भगवान भोलेनाथ से प्रार्थना की जाये तो वे अवश्य ही आपकी सुनेंगे। अभिषेक कम से कम पांच सोमवार तक करने का संकल्प लेना चाहिये।