तिरूवनंतपुरम: केरल के प्रसिद्ध मंदिर सबरीमाला में विवाद लगातार गहराता जा रहा है और अब फिर महिलाओं को मंदिर में प्रवेश करने से रोका जा रहा है। हाल में आंध्र प्रदेश की रहने वाली चार महिलाओं ने सबरीमाला मंदिर में जाने का प्रयास किया लेकिन उन्हें भी भक्तों ने अंदर नहीं जाने दिया। यहां बता दें कि सबरीमाला मंदिर में पिछले कुछ दिनों से महिलाओं के प्रवेश पर रोक लगाई गई है। हालांकि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद यहां महिलाओं के प्रवेश पर लगी रोक को हटा दिया गया था।
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बताया जा रहा है कि रविवार को चार महिलाएं मंदिर की ओर जा रही थीं तभी अयप्पा भक्तों ने उन्हें रास्ते में रोक लिया और वापस जाने को कहा। मंदिर में प्रवेश का विरोध अभी भी यहां देखा जा रहा है सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद सभी वर्ग की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश की अनुमति मिल गई थी लेकिन बाद में यहां क्षेत्रीय लोगों ने अपना विरोध दिखाना शुरू कर दिया था।
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गौरतलब है कि सबरीमाला मंदिर में 50 साल तक की महिलओं के प्रवेश पर रोक लगाई गई है। जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला दिया था। वहीं पुलिस का कहना है कि तीर्थ समूह के साथ आईं महिलाएं नहीं जानती थीं कि भगवान अयप्पा के लिए क्या अनुष्ठान किए जाते हैं इसलिए वह खुद ही आगे नहीं बढ़ीं वह केरल के बाकी मंदिरों में भी दर्शन करने गई थीं। पुलिस ने कहा कि इन महिलाओं ने इस संबंध में लिखित बयान भी दिया है। महिलाओं के लिए मंदिर में प्रवेश करने से पहले ही उनका आधार कार्ड चेक किया गया और उम्र कम होने पर उन्हें मंदिर में प्रवेश नहीं होने दिया।
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