गुरुग्राम पुलिस ने 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों के साथ चार लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपियों के पास से 49.5 लाख रुपये के पुराने नोट जब्त किए हैं. पुलिस अब चारों आरोपियों से पूछताछ कर रही है. पुलिस यह पता करने की कोशिश कर रही है कि वे अपना ही काला धन सफेद करने आए थे या चारों आरोपी नोट बदलने वाले किसी गिरोह का हिस्सा हैं. पुलिस के मुताबिक, चारों आरोपियों के तार साइबर सिटी से जुड़े हुए हैं. यह घटना बताती है कि नोटबंदी के तकरीबन 9 महीने गुजर जाने के बाद भी ओल्ड करेंसी का बदला जाना रुका नहीं है. पुलिस के मुताबिक, काले कारोबारियों से जुड़े लोग अभी भी अपने काले धन को सफेद करने में जुटे हैं.
पुलिस ने बताया कि हिमगिरी चौक से चारों आरोपियों को उस समय गिरफ्तार किया गया. जब वे पुराने नोटों को 2,000 रुपये के नए नोटों से बदलने की फिराक में थे. गुरुग्राम पुलिस की क्राइम यूनिट ने चारों आरोपियों को मौके से रंगे हाथों गिरफ्तार किया. पुलिस ने बताया कि चारों आरोपियों में से 2 व्यक्ति दिल्ली के और अन्य दो आरोपी उत्तर प्रदेश और बिहार के रहने वाले हैं.
पुलिस प्रवक्ता ने बताया नोएडा में रहने वाले राजेश नामक शख्स से यह चारों तकरीबन 50 लाख की पुरानी करेंसी लेकर गुरुग्राम आए थे. पुलिस ने चारों आरोपियों को कोर्ट के सामने पेश किया और एक आरोपी को पूछताछ के लिए सोमवार तक रिमांड पर ले लिया है. पुलिस ने कहा कि जल्द ही इस गोरखधंधे में शामिल लोगों का पर्दाफाश कर इस तरह के काले कारोबारियों को बेनकाब किया जाएगा. लेकिन इस मामले में बड़ा सवाल यह भी है कि गिरफ्तार आरोपी किसका काला धन सफेद करने आए थे.
नाबालिग से रेप की कोशिश में गिरफ्तार आरोपी