इसरो का सबसे भारी रॉकेट जीएसएलवी एमके थ्री-डी 1 को सोमवार यानि आज शाम को अंतरिक्ष में छोड़ा जायेगा. सूत्रों कि माने तो यह रॉकेट अपने साथ संचार उपग्रह जीसैट - 19 को अपने साथ लेकर के जायेगा. इस उपग्रह को रॉकेट के माध्यम से भेजने के लिये उल्टी गिनती चालू हो चुकी है. रॉकेट और उपग्रह के प्रक्षेपण को भेजने कि गतिविधियाँ चल रही है.
सबसे भारी रॉकेट का अधिकतम वजन 2300 किलोग्राम है. इससे पहले इसरो को अधिक वजन के उपग्रहों को प्रक्षेपित करने के लिये विदेशी रॉकेटों पर निर्भर होना पड़ता था. जीएसएलवी एमके थ्री-डी 1 4000 किलोग्राम तक के पेलोड को उठाकर जीटीओ (भूतुल्यकालिक अंतरण कक्षा) और 10 हज़ार किलोग्राम तक पेलोड को पृथ्वी की कक्षा में पहुंचने में सक्षम है. कल के प्लान के मुताबिक वाहन के उड़ान भरने के बाद अपराह्न चार बजकर 20 मिनट तक उपग्रह जीसैट में प्रक्षेपित करने का कार्यक्रम रखा है.
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