जमशेदपुर: झारखण्ड के पूर्वी सिंघभूम जिले में 37 करोड़ रूपये का फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद राज्य कर विभाग ने हड़कंप मच गया है. सोमवार को विभाग ने शहर के बिष्टुपुर थाने में अंकित शर्मा नामक एक व्यक्ति पर प्राथमिकी दर्ज कराई है, जिसमें फर्जी दस्तावेज के आधार पर सरकारी राजस्व को 37 करोड़ रुपये के नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया गया है.
जमशेदपुर अंचल में पदस्थापित कर पदाधिकारी सुनील कुमार द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत में कहा गया है कि अंकित शर्मा नामक व्यक्तिने कृष्णा इंटरप्राइजेज के नाम से जीएसटीएन आइडी लिया है व् इसी नंबर के आधार पर वह 'ई-वे बिल' (रोड परमिट) जारी करता था, साथ ही जीएसटी रिटर्न भी दाखिल करता था और इसी नंबर के माध्यम से करोड़ों रूपये के माल का कारोबार भी किया गया है.
अधिकारी जब जांच करने के लिए अंकित शर्मा के पता बिरसानगर, जोन 1-बी स्थित मकान संख्या 789 में गए तो वहां एक महिला मिली, उसने बताया कि वह इस नाम के किसी व्यक्ति को नहीं जानती. इसके बाद जब उसका आधार कार्ड और पैन कार्ड खंगाला गया तो वह भी फर्जी मिला, यही नहीं, वस्तु एवं सेवा कर निबंधन (जीएसटीएन) में दर्शाया गया बैंक खाता भी फर्जी निकला. इससे विभाग को अभी तक पता नहीं चला है कि अंकित शर्मा नाम का यह शख्स है कौन? फ़िलहाल कर विभाग ने यह मामला पुलिस के हाथ में दे दिया है, पुलिस अपने हिसाब से मामले की जांच कर रही है.
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