कार कंपनिया देश भर में अपने वाहनों के दाम एक बराबर रखने की राह पर बढ़ गई अब आपको अलग-अलग शहरो में कारो की एक्स शोरूम कीमत अलग-अलग रहने का गम नहीं होगा. GST के चलते टू व्हीलर, फ़ोर व्हीलर कुछ ऐसे ही वाहनों पर जी एस टी लागू हो गया है और जी एस टी के लागू होते ही वाहनों पर कीमत की भरी मार पड़ी है और इन वाहनों पर लगने वाले सर्विस टेक्स को 15% से बढाकर 25% करने का फैसला कर सकते है फोर व्हीलर वाहनों पर यह फैसला एक कम्पेंसेशन लॉ में संशोधन करने की जरुरत पद सकती है जिससे की यह लग्जरी कार और महंगी हो जाएगी.
रिपोर्ट के अनुसार अगर बचा हुआ 15 प्रतिशत से 25 प्रतिशत हो जाता है तो ऐसी स्थिती में कारों का जीएसटी के अनुसार सबसे ज्यादा 28 प्रतिशत का स्लैब बढ़ जाएगा। इसका मतलब यही है की जीएसटी कानून के संशोधन के बाद 43 प्रतिशत में 28 प्रतिशत जुड़ जाएंगे, तो यह 53 प्रतिशत हो जाएगा।
इन सब के बावजूद यह खबर भी बताई जा रही है की जीएसटी काउंसिल पहले ही शेष सहित इस पर अधिकतम टैक्स 40 प्रतिशत निर्धारित कर चुकी है। जानकारी के लिए आपको बतादें की 4 मीटर की लंबाई वाली छोटी पेट्रोल और 1,200cc इंजन कैपेसिटी वाली गाड़ियों पर 1% सेस लगाया गया हैए जबकि इसी लंबाई और 1,500cc कैपेसिटी की डीजल गाड़ियों पर 3% का सेस तय किया गया है.
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