मालदा : भारत के कई राज्यों में लगातार हो रही बारिश से स्थिति बदहाल है. भारत के कई जिलों में भीषण बाढ़ से काफी नुक्सान हुआ है. कही लोंगों को अपना घर छोड़ना पड़ा है तो कहीं फसल पूरी तरह बर्बाद हो गयी. बंगाल के मालदा जिले में भी बाढ़ से हालात और बिगड़ गये हैं. साथ ही 14 अन्य गांवों में भी पानी घुस जाने से हर ओर कोहराम मचा है. 5 हज़ार से भी अधिक परिवार बेघर हो गये हैं. जिला अधिकारी शरद द्विवेदी ने जानकारी उपलब्ध कराते हुए बताया है कि गंगा नदी खतरे के निशान से 26 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है.
उन्होंने यह भी बताया कि अगले महीने की 21 तारीख को केंद्रीय टीम बाढ़ तथा कटाव का जायजा लेने वहाँ पहुचेगी. बाढ़ प्रभावित इलाकों में जिला प्रशासन द्वारा राहत एवं बचाव कार्य किया जा रहा है. जो लोग अपने घर से हाथ धो बैठे हैं उन्हें विभिन्न स्कूलों में बने अस्थायी शिविरों में पनाह दी गयी है. एनडीआरएफ को राहत व बचाव कार्य में लगाया गया है.
इतना ही नहीं राहत के कार्य में कुछ स्वयंसेवी संगठन आगे आये हैं. हालांकि अभी तक बाढ़ से किसी के मारे जाने की कोई सूचना नहीं है. जिला अधिकारी ने आगे कहा कि बाढ़ की परिस्थिति पर नजर रखने के लिए एक कंट्रोल रूम की स्थापना की गयी है. 24 घंटे इसी कंट्रोल रूम से बाढ़ की परिस्थिति पर निगरानी की जायेगी. उन्होंने इस विषम परिस्थिति में सभी से सहयोग करने की अपील की है. स्थिति गंभीर होने के बाद अब पिछले 24 घंटे से बारिश रुकी हुई है जिससे अनुमान है के अगले दो-तीन दिनों में दोनों ही नदियों के जल स्तर में कमी आ जायेगी और स्थिति पर काबू पाया जा सकेगा.