उत्तरप्रदेश: शाहजहांपुर से एक शर्मनाक घटना सामने आई है. जहाँ कुछ बदमशों ने नाबलिग को तीन महीने तक बंधक बनाकर उसके साथ गैंगरेप किया. उसके बाद उन बदमाशों ने नाबलिग को 30 हज़ार रुपए में बेच दिया, और उसके बाद उन लोगो ने नाबालिग को नैनीताल के एक घर में बंधक बनाकर गैंगरेप किया. लेकिन एक दिन नाबालिग जैसे तैसे आरोपियों को चकमा देकर अपने घर पहुंची और माता पिता को आपबीती सुनाई. जिसके बाद पुलिस ने इस केस को 2 महीने बाद दर्ज किया.
बताया जा रहा है कि, पुलिस ने अब नाबालिग को मेडिकल के लिए भेजा दिया है. यह घटना 29 जून की है जब नाबालिग घर के पास एक गांव में गई थी. तभी उस गांव का ठेकेदार नाबालिग को रास्ते में मिला, उसके साथ उसके दो दोस्त भी थे. जहाँ उन लोगो ने नाबालिग को रोककर उसे जबरदस्ती नशीली चीज खिला दी, उसके बाद उसे गाड़ी में बैठाकर ले गए. जहां उसका ठेकेदार और दो दोस्तों ने मिलकर गैंगरेप किया, और उसके बाद उसे तीस हज़ार में बेच दिया.
पीड़िता ने बताया कि नैनीताल में बैचे जाने के बाद उसका वहां भी गैंगरेप हुआ और उसके हाथ में जबरदस्ती नाम गुदा दिया गया. इतना ही नहीं उसकी पहचान छुपाने के लिए आरोपियों ने उस पर तेजाब भी डाला. आरोपियों ने उसके हाथ पर आलिया नाम गुदवाया. फ़िलहाल पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर मामले की जाँच शुरू कर दी है.
रावण दहन के दिन कन्या हुई 12 हैवानो का शिकार