राजस्थान के लोक सभा के उप चुनाव में कांग्रेस की बढ़त उसके लिए संजीवनी बन गई है.वहीं मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के लिए परेशानी का सबब बन गए हैं . बता दें कि अजमेर और अलवर में कांग्रेस ने अच्छी बढ़त हासिल कर ली है .लोक सभा के दोनों उप चुनावों में कांग्रेस की बढ़त के साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच वर्चस्व की लड़ाई और तेज होने की संभावना है.
उल्लेखनीय है कि . अभी तक लोक सभा की दोनों सीटों और मांडलगढ़ विधानसभा में भी कांग्रेस आगे है.अजमेर लोक सभा क्षेत्र में कांग्रेस 20800 वोटों से और अजमेर में 43728 मतों से आगे चल रही है. इसी तरह मांडलगढ़ विधानसभा में भी कांग्रेस भाजपा से 116 मतों से आगे निकल गई है.
बता दें कि यदि इन लोक सभा उप चुनावों में कांग्रेस को जीत मिलती है तो गेहलोत और पायलट के बीच वर्चस्व की लड़ाई शुरू हो जाएगी. इस बारे में कांग्रेस के उपाध्यक्ष गोपाल सिंह शेखावत का कहना है कि इस उपचुनाव के लिए सचिन पायलट ने खूब मेहनत की है. यदि जीत मिलती है तो इसका पूरा श्रेय सचिन पायलट को जाएगा. इससे उनकी दावेदारी और प्रबल हो जाएगी. जबकि पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का खेमा चाहता है कि आगामी विधानसभा चुनाव से पहले गेहलोत को मुख्यमंत्री के तौर पर प्रोजेक्ट किया जाए. देखना यह है कि वर्चस्व की यह लड़ाई कहाँ पहुँचती है.
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