नई दिल्ली : देश का बजट आने वाला है ऐसे में आम जनता के साथ-साथ शेयर मार्केट भी इस बजट में अपनी नज़रें जमाये हुए हैं. शेयर मार्केट की अगर बात की जाये तो हर बार शेयर मार्केट में आम बजट पेश होने के बाद उछाल आता है लेकिन बजट पेश होने के 1 महीने पहले इसमें गिरावट दर्ज की जाती है. लेकिन इस बार साल की शुरुआत से ही शेयर मार्केट में उछाल देखने को मिल रहा है. वहीँ इस बार का बजट 1 फ़रवरी को पेश होगा. इसके लिए बजट सत्र की शुरुआत इस माह यानि की जनवरी के आखिर से हो जाएगी. इस बार का बजट सत्र 29 जनवरी से शुरु हो कर 9 फ़रवरी तक चलेगा और बजट 1 फ़रवरी 2018 को पेश होगा.
वहीँ जहाँ हर बार बजट से शेयर मार्केट पर सकारात्मक प्रभाव देखने को मिलता रहा है वहीँ ऐसे में इस बार भी यही कयास लगाए जा रहे हैं कि इस बार भी ऐसा ही माहौल देखने को मिलेगा. वहीँ अगर आंकड़ों पर नज़र दौड़ाई जाए तो बीते 9 केन्द्रीय बजटों के बाद के महीनों में 6 बार सेसेक्स और निफ्टी उछाल ले चुके हैं. वहीँ 2019 में लोकसभा चुनाव होने में ऐसे में सभी को उम्मीद है कि सरकार इस बार के बजट में कई लुभावने फेर-बदल कर सकती है. वहीँ यह भी कयास लगाए गए हैं कि इस बार के आम बजट में आम जनता को राहत देने के उद्देश्य से कई लोकलुभावने तरीके से बजट को सरकार पेश करेगी.
खबरें यह भी हैं कि वित्त मंत्री अरुण जेटली इस बार के बजट में इनकम टैक्स और GST के कई स्लैब में बदलाव की घोषणा भी कर सकते हैं. वहीँ नीति आयोग के उपाध्य्क्ष ने जानकरी देते हुए बताया कि आम बजट देश की अर्थव्यवस्था को बेहतर करने के लिए पेश किया जायेगा और इसके लोकलुभावन होने की उम्मीद नहीं की जा सकती न ही इसकी इजाजत नरेंद्र मोदी देते हैं. जो फैसला अर्व्यवस्था की बेहतरी के लिए उचित होगा वही बजट में पेश किया जाएगा.
इससे पहले बजट 28 फ़रवरी को बजट पेश किया जाता था और रेल बजट अलग से आता था लेकिन मोदी सरकार ने साल 2017 से इसमें बदलाव कर रेल और आम बजट को साथ में लाने की पेशकश की थी. और अब हर साल रेल बजट आम बजट के साथ ही 1 फ़रवरी को पेश होता है. इसके लिए इस वित्तवर्ष के बजट सत्र को दो भागों में बुलाया जाएगा जिसमे पहला सत्र 29 जनवरी से 9 फ़रवरी तक होगा वहीं दूसरा सत्र 5 मार्च से 6 अप्रैल तक चलेगा. 1 फरवरी को वित्त मंत्री अरुण जेटली चालू वित्तवर्ष का बजट पेश करेगें.
कल 18 जनवरी को पेश होगा देश का आधा बजट