यह भारत के लिए अच्छी बात है कि घाना के साथ भारत का व्यापार लगातार बढ़ रहा है और यह वित्त वर्ष 2017-18 की पहली छमाही में 1.7 अरब तक पहुंच गया है. भारत के 69वें गणतंत्र दिवस पर भारतीय उच्चायुक्त बीरेंद्र सिंह यादव ने यह जानकारी दी.
उल्लेखनीय है कि 2011 से ही घाना के साथ व्यापार में वृद्धि हो रही है . उस साल यह एक अरब डॉलर रहा था. यादव ने कहा कि हम घाना के साथ व्यापार को इतना अधिक महत्व देते हैं, इसीलिए द्विपक्षीय व्यापार अब भागीदारी बन चुकी है, जो लगातार मजबूत होती जा रही है.घाना इन्वेस्टमेंट प्रमोशन सेंटर (जीआईपीसी) की नई रपट के अनुसार भारत में 13 परियोजनाओं के साथ चीन और ब्रिटेन के बाद तीसरे क्रम पर है .
गौरतलब है कि चीन ने गत वर्ष 25 परियोजनाओं तथा ब्रिटेन ने 19 परियोजनाओं को पूरा किया था. भारत ने13 परियोजनाएं पूरी की .लेकिन एफडीआई में भारत का 41.17 करोड़ डॉलर के निवेश के साथ पहला स्थान है, नीदरलैंड ने घाना में कुल 2.44 अरब डॉलर का निवेश किया. राजनीतिक प्रभाव में अविश्वास की बात करते हुए यादव ने कहा कि भारत हमेशा अन्य देशों के साथ अपने संबंधों में बराबरी का व्यवहार करता है.
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