मनोरंजन और आशा की दृष्टि से कई पर्व और त्यौहार मनाये जाते हैं पर क्या आपने भूतों को भागने वाले किसी त्यौहार के बारे में सुना है मतलब भूतिया पर्व के बारे में शायद ही आपने पहले कभी इस तरह के पर्व के में सुना हो.
दरअसल हम बात कर रहे हैं कम्बोडिया की जहाँ पर गांव से भूत-प्रेत को भगाने के लिए हर गांव के लोग डरावना भेस धारण करते हैं. यह एक प्राचीन परंपरा है जिसमें पूरे गांव के लोग हिस्सा लेते हैं. इस समारोह में गांव के सैकड़ों लोग हिस्सा लेते हैं. वे भूत प्रेत जैसा भेस धारण कर डरावना दिखने की कोशिश करते हैं. इस पर्व में लोग अच्छी बारिश और फसल की प्रार्थना करते हैं. गरीब देशों में शामिल कंबोडिया की आबादी 1.4 करोड़ है और यहाँ ज्यादातर लोग बौद्ध धर्म मानते हैं.
बच्चों को भी इस पर्व में खूब मजा आता है और उन्हें इन चेहरों से डर नहीं लगता. वे इनके साथ खड़े हो तस्वीरें खिंचवाना पसंद करते हैं. वे इनके साथ खड़े हो तस्वीरें खिंचवाना पसंद करते हैं. इस पर्व की परम्परा काफी प्राचीन और यहाँ तक गांव के बूढ़े भी नहीं जानते कि इस परंपरा की शुरुआत कब हुई. उनके मुताबिक उनके बड़े बूढ़े भी हर साल इकट्ठा होकर झाड़ फूंक की इन रस्मों को अंजाम देते थे. इस पर्व में सिर्फ डरावनी भेषभूषा और कॉस्ट्यूम ही नहीं पहने जाते बल्कि यहां घुड़सवारी के खेल का आयोजन का भी खास महत्व होता है. हालांकि इस पर्व के बारे में सुनने में डर लग सकता है लेकिन अंत में भव्य समारोह का आयोजन किया जाता है जिसमें गांव भर के लोग मौज मस्ती करते हैं.
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यहाँ है चलती फिरती लाइब्रेरी, जाने