बिहार : सिंगापुर में राहुल गांधी के इस बयान पर कि अगर वो प्रधानमंत्री होते तो नोटबन्दी की फ़ाइल को कूड़ेदान में फेंक देते, पर केंद्रीय मंत्री और नवादा से सांसद गिरिराजसिंह ने पलटवार करते हुए कहा कि राहुल गांधी को आर्थिक नीति और देश की नीति का कुछ भी ज्ञान नहीं है. दरअसल पूर्वोत्तर में हार से मां-बेटा दोनों फ्रस्ट्रेशन का शिकार हो गए हैं.
गौरतलब है कि सिंगापुर में राहुल गांधी ने कहा था कि अगर वो प्रधानमंत्री होते तो नोटबन्दी की फ़ाइल को कूड़ेदान में फेंक देते. इससे किसी को कुछ लाभ नहीं हुआ है, केवल पूंजीपति लोगों को इससे फायदा हुआ है.इसके प्रतिवाद में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि राहुल गांधी को आर्थिक नीति और देश की नीति का कुछ भी ज्ञान नहीं है. अगर उन्हें इसका ज्ञान होता तो वे ऐसे बयान नहीं देते.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में अर्थव्यवस्था का ग्राफ लगातार आगे बढ़ा है.नोटबन्दी और जीएसटी लागू होने के बाद देशी की जीडीपी सात प्रतिशत से ज्यादा हो गई. लेकिन राहुल गांधी इस पर चुप क्यों हो गए .
आपको बता दें कि गिरिराजसिंह यहीं नहीं रुके उन्होंने तो यहाँ तक कह दिया कि कांग्रेस को इस बात का जवाब नहीं सूझ नहीं रहा है, कि वो पूर्वोत्तर में कैसे शिखर से शून्य पर आ गई.जबकि मोदी शून्य से शिखर तक पहुंच गए. राहुल और सोनिया के लिए कहा कि दरअसल दोनों माँ -बेटे फ्रस्टेशन का शिकार हो गए हैं. यूपी में मायावती और अखिलेश दोनों इनको भाव नहीं दे रहे हैं और कांग्रेस ख्वाब देख रही है कि 2019 में उनकी सरकार आ जाएगी.
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