दिल्ली: दुनिया की सबसे बड़ी सर्च इंजन कंपनी गूगल पर अमेरिकी सेना की मदद करने का आरोप लग रहा है. कहा जा रहा है कि गूगल अमेरिकी सेना के साथ मिलकर एक ऐसे प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है, जो अमेरिका को ड्रोन हमला करने में मदद करेगा. ऐसे में अमेरिकी सेना को सटीक जानकारी मिल सकती है.
गूगल के इस प्रोजेक्ट का विरोध उसके ही करीब 3100 कर्मचारियों ने कर दिया है. सभी कर्मचारियों ने कंपनी के सीईओ सुंदर पिचाई को चिट्ठी लिखी है और कहा है कि हमें इस प्रोजेक्ट का हिस्सा नहीं बनना चाहिए. सभी ने अपील की है कि गूगल को सीधे तौर पर युद्ध के मसलों से नहीं जुड़ना चाहिए. खबर के अनुसार, इन कर्मचारियों में कंपनी के प्रमुख इंजीनियर भी शामिल हैं. बताया जा रहा है कि जिस दौरान इस प्रोजेक्ट की सुगबुगाहट तेज हुई तभी से ही कंपनी के कर्मचारी इस बात का विरोध कर रहे थे.
अपनी चिट्ठी में कर्मचारियों ने चेताया है कि अगर कंपनी रक्षा मंत्रालय के इस प्रोजेक्ट के साथ आगे बढ़ती है तो कंपनी की साख को धक्का लग सकता है. इसमें कहा गया है कि ये तकनीक सैन्य निगरानी में मदद करती है जिसका घातक रिजल्ट हो सकता है. अगर कंपनी ऐसे काम में शामिल होती है तो यह गलत है.
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