एक ओर देश में दो हज़ार के नए नोट की छपाई को कम करने की खबरों के बीच सरकार का सिक्कों को लेकर एक बार फिर असमंजस सामने आया है.बता दें कि पहले सरकार ने सिक्कों की ढलाई पूरी तरह बंद करने का निर्णय लिया था, जिससे अब पलटते हुए चारों टकसालों को फिर से ढलाई धीमी रफ्तार से शुरू करने को कहा गया है.
उल्लेखनीय है कि नोटबंदी के बाद हाल ही में खबर आई थी कि मोदी सरकार की सिक्कों को बंद करने की योजना है. इसीलिए मिंट (टकसाल) में सिक्कों का उत्पादन रोक कर 1, 2 और 5 रुपए के सिक्कों की ढलाई बंद कर दी थी. लेकिन अब फिर सिक्के ढालने को कहा गया है .
इस बारे में कोलकाता टकसाल कर्मचारी संगठन के उपाध्यक्ष विजन डे ने बताया कि हमें हर तरह के सिक्कों की ढलाई करने को कहा गया है . इसलिए हमने शुक्रवार से सिक्कों की ढलाई शुरू कर दी है. बता दें कि रिजर्व बैंक ने वित्त वर्ष 2017-18 में 771.2 करोड़ सिक्कों की ढलाई के लक्ष्य के विरुद्ध 590 करोड़ सिक्कों की ढलाई हो चुकी है. चालू वित्त वर्ष के बचे ढाई महीनों में टकसालों द्वारा यह लक्ष्य हासिल कर लेने की आशा है. सरकार ने बाजार में सिक्कों की अधिकता तथा भंडारण के लिए जगह की कमी के कारण 9 जनवरी को सिक्कों की ढलाई रोकने के निर्देश दिए थे.
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