इंदौर से आठ बार की लोकसभा सांसद सुमित्रा महाजन का आज जन्मदिन है. वे सदन के सभापति के पैनल में लंबे समय तक कार्य कर चुकी हैं. प्रधानमंत्री के अलावा जिन अन्य भाजपा नेताओं ने उनके नाम का प्रस्ताव किया, उनमें राजनाथसिंह और सुषमा स्वराज शामिल हैं. सुमित्रा महाजन को प्यार से ‘ताई’ बुलाते हैं और वह अपने सहृदय स्वभाव के लिए जानी जाती हैं. हर दल में उनके मित्र और प्रशंसक हैं. मीरा कुमार के बाद सुमित्रा महाजन दूसरी महिला लोकसभा स्पीकर हैं सुमित्रा महाजन एमपी की राजनीति में ‘ताई’ के नाम से मशहूर हैं. इंदौर गौरवान्वित है कि उनकी ताई ने एक और इतिहास रच दिया है. ताई देश की ऐसी पहली महिला सांसद हैं, जो एक ही स्थान से लगातार आठ बार चुनाव जीतीं. 2014 के चुनाव में मध्यप्रदेश में सुमित्रा महाजन की 4 लाख 66 हजार 901 की जीत प्रदेश के किसी भी उम्मीदवार की सबसे बड़ी जीत है. इंदौर में भी यह अब तक सबसे बड़ी जीत है.
सुमित्रा महाजन का जन्म 12 अप्रैल 1943 में महाराष्ट्र के चिपलून में उषा और पुरुषोतम साठे के घर में हुआ. उनका विवाह 29 जनवरी 1965 में इंदौर के जयंत महाजन के साथ हुआ. उन्होने इन्दौर के देवी अहिल्या विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर और एलएलबी की शिक्षा प्राप्त की. सुमित्रा महाजन ने 1989 के आम चुनाव में पहली बार लोकसभा चुनाव में भाग लिया और उन्होंने कांग्रेस नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री प्राकाश चंद्र सेठी को हराया. इससे पहले इंदौर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से वो लगातार तीन विधान सभा चुनाव हार चुकी थीं.
सुमित्रा महाजन 2002 से 2004 तक केन्द्रीय मंत्रिमण्डल में शामिल थीं. उन्हें मानव संसाधन, संचार तथा पेट्रोलियम मंत्रालय का काम दिया गया था. वो प्रथम महिला हैं जो कभी लोकसभा चुनावों में पराजित नहीं हुई. वो आठ बार लोकसभा चुनाव जीतने वाली प्रथम महिला सांसद हैं.
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