हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल के मरीज इस समय काफी दहशत में है. दरससल, हिमाचल की राजधानी शिमला के सबसे बड़े अस्पताल में पानी की समस्या से मरीजों सहित उनके परिजनों को काफी जद्दोजहद करना पड़ रही है. प्राप्त मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ अस्पताल के सार्वजनिक नल से लिया गया पानी का सैंपल जांच में फेल हो गया है. इस कारण अस्पताल में हड़कंप सा मच गया है.
शिमला नगर निगम की ओर से गत 31 मार्च को अस्पताल के पब्लिक टैप से पानी का सैंपल लिया गया था जिसके बाद इस पानी की जांच की गई थी. इसे आई.जी.एम.सी. की माइक्रोबायोलॉजी लैब में जांच के लिए भेजा गया था. जहां यह पानी मरीजों और अस्पताल प्रशासन की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर सका. जांच के दौरान पानी का सैम्पल असफल हो गया. अस्पताल के नल से लिया गया पानी पीने के योग्य साबित नहीं हुआ.
जांच में असफल होने के बाद पानी के सैम्पल की रिपोर्ट को कल निगम ने अपनी वैबसाइड पर अपलोड किया है, जिसमे भी यह साफ़ तौर पर दर्शाया गया है कि पानी के नमूने की रिपोर्ट पूर्णतः फ़ैल है. इस सम्बन्ध में मेयर कुसुम सदरेट ने कहा कि आई.जी.एम.सी. से दोबारा पानी के सैंपल लिए जाएंगे. इसके अलावा अधिकारियों को उचित दिशा-निर्देश दिए गए हैं.
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