दोस्तों इन दिनों एक मैसेज सोशल मीडिया पर चल रहा है की होलिका दहन पर जाते समय कपूर एवं छोटी इलायची जरूर ले जाये, पर कृपया ऐसा करने से पहले ये जरूर पढ़े।
-आज कल पूजा में इस्तेमाल होनेवाला ज्यादा तर, कपूर केमिकल निर्मित होता है, जिसका केमिकल फार्मूला है C10H16O मतलब 4,7,7-trimethylbicyclo[2.2.1]heptan-3-one ।
-ज्यादातर इसे Geranyl Pyrophosphate नाम के केमीकल से बनाया जाता है।
-यहाँ तक की कई जगह पर भीमसेनी कपूर की जगह process किया हुआ केमिकल वाला कपूर दिया जाता है ।
-ऐसे कपूर के सेवन से अथवा इसकी भाप सासों द्वारा लेने से शरीर पर विषैला प्रभाव पड़ता है जैसे की पेट दर्द, उल्टी, आँखों से कम दिखाई देना, चेहरे का सूज जाना, दुर्बलता, पेशाब में जलन या रुक जाना आदि...
-केमिकल कपूर के कारण कैंसर, किडनी failure जैसी जानलेवा बीमारियां हो सकती है।
-छोटे बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए तो ये और भी हानिकारक है, छोटे बच्चों में इसके कारण अस्थमा, दस्त, यहाँ तक की मौत भी हो सकती है।
इसीलिए यदि आप कुछ करना चाहते है तो कपूर की जगह देसी गाय का शुद्ध घी की कुछ बूंदें होली में जरूर डालें, ताकि वातावरण शुद्ध हो सके. यदि आप चाहे तो जटामांसी, भी साथ मिलाएं। जटामांसी को उत्तम भूतघ्न माना गया है, जो की वातावरण से सभी प्रकार के हानिकारक बैक्टीरिया, Virus आदि. नष्ट करता है।
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