सफलता-असफलता तो हर इंसान के साथ लगी रहती हैं. कुछ बेहतर की चाह. फिर इंटरव्यू में असफलता की आशंका हमारे उत्साह को कम कर देती हैं. ऐसी स्थिति में अपनी समझ से आगे की संभावनाओं को बढ़ाएं. घबराकर कोई गलत कदम आपके प्रयासों पर पानी फेर सकता हैं. अगर मौके पर आपका जवाब माकूल नहीं था, पर बाद में बेहतर जवाब आपके पास हैं, तो जरूर इसे ईमेल के जरिये नियोक्ता तक अवश्य भेज दें. किसी बड़ी गलती जैसे देरी से पहुंचने के लिए बिना देर किए माफ़ी जरूर मांग लें. नियोक्ता को थैंक्यू नोट भी दें सकते हैं.
हकीकत को समझें -: ख़राब इंटरव्यू के बाद आपको समझने की जरुरत हैं कि कमी आखिर कहां रह गई. क्या आपको मॉक टेस्ट देना चाहिए? पोर्टफोलियो या रेज्युमे में कुछ कमी रह गई? यानि इंटरव्यू से जुड़े हर पहलु के बारे में सोचने कि जरुरत होगी.
बरकरार रखे संवाद -: ख़राब इंटरव्यू के बावजूद, इंटरव्यू में जाने के लिए खुद को प्रेरित करते रहें. इस तरह इंटरव्यू को लेकर भय कम होगा. सबसे जरुरी अपने अनुकूल बेहतरीन जॉब्स की खोज में खुद को बनाएं रखे.