पीएनबी के महाघोटाले की आँच पूरे बैंकिंग सेक्टर के भ्रष्टाचार की पोल खोलते हुए आईसीआईसीआई बैंक की सीईओ चंदा कोचर तक भी पहुंची है. चंदा पर कथित भ्रष्टाचार के दाग लग गए है. हालांकि, आईसीआईसीआई बैंक का बोर्ड विडियोकॉन ग्रुप को लोन देने में भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद के आरोपों पर सीईओ चंदा कोचर के समर्थन में खुलकर आ गया है. पिछले 10 दिनों में इन आरोपों की वजह से बैंक के शेयर प्राइस में 6 प्रतिशत की गिरावट आ चुकी है.
बैंक ने एक बयान जारी करते हुए कहा, 'बोर्ड को बैंक के एमडी और सीईओ चंदा कोचर पर पूरा भरोसा है. तथ्यों को देखने के बाद बोर्ड इस नतीजे पर पहुंचा है कि भाई-भतीजावाद और हितों के टकराव सहित करप्शन की जो अफवाहें चल रही हैं, उनमें कोई सच्चाई नहीं है.' बैंक ने कहा कि विडियोकॉन ग्रुप को 20 बैंकों के ग्रुप ने कर्ज दिया था. इसमें आईसीआईसीआई बैंक का योगदान 10 प्रतिशत का था. साथ ही, जिन शर्तों पर दूसरे बैंकों ने विडियोकॉन ग्रुप की कंपनियों को कर्ज दिए थे, उन पर ही आईसीआईसीआई बैंक ने भी लोन दिया था.
बैंक की रिलीज में बताया गया है कि उसका लोन अप्रेजल सिस्टम मजबूत है. यह इस तरह से बनाया गया है कि कोई एक शख्स किसी कंपनी को कर्ज देने के बारे में फैसला नहीं कर सकता. रिलीज में बोर्ड ने कहा है, 'पिछले कुछ दिनों से आईसीआईसीआई बैंक लिमिटेड और उसके एमडी-सीईओ को लेकर कई अफवाहें उड़ाई जा रही हैं. 2016 के मध्य में भी इस तरह की अफवाह उठी थी और तब उनका सही जवाब दिया गया था. इसके बावजूद फिर से अफवाह उड़ाकर बैंक को बदनाम करने की कोशिश हो रही है.'
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